सामाजिक दूरी के नियम के साथ मनरेगा के कार्य हुए आरंभ
ऊना – केंद्र सरकार द्वारा मनरेगा के कार्य शुरू करने की अनुमति मिलने के बाद जिला ऊना में भी महात्मा गांधी नरेगा के कार्य आरंभ हो गए हैं। जिला के तीन विकास खंडों बंगाणा, ऊना व गगरेट में लोगों को मनरेगा के माध्यम से रोजगार मिलना शुरू हो गया है।
इस संबंध में जानकारी देते हुए उपायुक्त ऊना संदीप कुमार ने कहा कि 24 अप्रैल को मनरेगा कार्य शुरू करने की अनुमति मिलने के बाद बंगाणा विकास खंड में सबसे ज्यादा 176 व्यक्तियों ने मनरेगा के कार्यों के माध्यम से रोजगार की मांग की। इसके बाद ऊना में 72 तथा गगरेट में 38 व्यक्तियों को मनरेगा के तहत काम मांगा। डीसी ने कहा कि रोजगार की मांग आने के बाद बंगाणा में 22 कार्य, गगरेट में तीन तथा ऊना में दो कार्य शुरू कर दिए गए और इन सभी व्यक्तियों को मनरेगा के अंतर्गत रोजगार प्रदान किया गया।
जिला दंडाधिकारी संदीप कुमार ने कहा कि मनरेगा के कार्य करते हुए सोशल डिस्टेंसिंग के नियम का पालन किया जा रहा है तथा दिहाड़ीदार मास्क का प्रयोग भी कर रहे हैं, ताकि कोरोना के संक्रमण से बचा जा सके। उन्होंने कहा कि कोरोना संकट के बीच व्यक्तिगत स्वच्छता और सामाजिक दूरी जैसे नियमों का पालन करके ही वायरस से बचा जा सकता है।
इस संबंध में ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री वीरेंद्र कंवर ने कहा कि मनरेगा कार्य शुरू होने के बाद ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार सृजन शुरू हो गया है। पूरे प्रदेश में अब तक 10 हजार से अधिक दिहाड़ीदार मनरेगा कार्यों के लिए काम पर वापस लौटे हैं। इससे न सिर्फ उन्हें आमदनी होगी, बल्कि विकास कार्य भी शुरू हो सकेंगे। कंवर ने कहा कि सभी मनरेगा कामगारों को सोशल डिस्टेंसिंग के नियम की अनुपालना करनी होगी।