हिमाचल प्रदेश में शातिरों के मंसूबे आसमान छूने लग पड़े हैं। शातिर पुलिस से बचने के लिए खुद भी पुलिस अफसर बनने से नहीं कतरा रहे हैं। ऐसा ही एक मामला बीते कल सूबे के जिले कांगड़ा से सामने आया है। जहां बताया जा रहा है कि एक शातिर व्यक्ति फर्जी अंडर कवर आईपीएस अधिकारी बन कर रह रहा था। प्रदेश पुलिस को इस बारे जब शिकायत मिली तो पुलिस ने तुरंत एक्शन लेते हुए उसे गिरफ्तार कर लिया।
मिल रही जानकारी के अनुसार धर्मशाला के साथ लगते गाहलियां निवासी अक्षय वालिया ने शिकायत दर्ज करवाई कि आरोपी ने डिलीवरी ब्वॉय बनकर बर्गर कंपनी में नौकरी प्राप्त की इसके बाद वह किचन में पिस्टल का कवर लेकर पहुंचा और खुद को वर्ष 2016 बैच का एनसीबी अधिकारी बताया, साथ ही कंपनी में वह एक वॉकी-टॉकी भी साथ लाता था। कंपनी के मालिक ने शक के आधार पर बीते कल रविवार को पुलिस को सूचना दी।
सूचना मिलते ही पुलिस ने रणनीति बनाकर सिविल ड्रेस में अपने कुछ जवान उसके कमरे में भेजे तो वह उनके साथ बहस करने लगा। इसी बीच पुलिस के अन्य जवान भी मौके पर पहुंच गए और उसके कमरे की तलाशी शुरू कर दी।
नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के सदस्य होने का नकली आईडी कार्ड व नकली वॉकी-टॉकी भी बरामद हुआ। पुलिस ने यह सब अपने कब्जे में ले लिया। इतना ही नहीं शातिर आरोपी के पास एक बाइक और एक कार भी बरामद की गई इै। बताया जा रहा है कि कार पर उसने भारत सरकार भी लिखवा रखा था।
पुलिस से मिली शुरूआती जानकारी के अनुसार आरोपी आईपीएस अधिकारी बनकर खनियारा व धर्मशाला क्षेत्र में नकली रेड करता था। वह केवल नशे का सामान बेचने वालों को ही अपना शिकार बनाता था। नशे का सामान वह खुद के इस्तेमाल के लिए करता था और बचे हुए नशे को खुद बाजार में बेचता था।
पुलिस द्वारा बताया गया कि शुरू में वह बाइक द्वारा इस काम को अंजाम देता था। मगर बीते तीन माह से वह गुजरात नंबर की एक कार लाया था। उसने कार के दोनों ओर भारत सरकार लिखवाया था और नकली आईडी कार्ड कार के अंदर लटकाया हुआ था।
मामले की पुष्टि करते हुए एसपी कांगड़ा शालिनी अग्निहोत्री ने बताया कि आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी का नाम विवेक बताया गया है जो कि महाराष्ट्र के रहने वाला है। आरोपी को गिरफ्तार करने के बाद उसके कमरे की तलाशी जारी है। इसके अलावा उसके एक साथी के घर की भी तलाशी ली जा रही है। बताया जा रहा है कि आरोपी ने अपने साथ अन्य कुछ युवकों को भी मिला लिया था जोकि इस कार्य में उसका सहयोग करते थे।