भारत अपनी प्राचीन संस्कृतिक विशेषता के लिए प्रसिद्ध और दुनिया में विशेष पहचान रखता है।
प्राकृतिक,धार्मिक,सांस्कृतिक परम्पराओं में कई रहस्य छुपे हैं। हमारी कई प्राचीन परम्पराओं का अस्तित्व खतरे में है। आधुनिक चकाचौंध में मानव कई चीजों को भूल गया था हमारे जीवन में किन किन वस्तुओं,पशु पक्षियों का क्या महत्व है। इसका ज्ञान धूंधला होता जा रहा है। बढ़ता प्रदूषण और प्रकृति का अवैज्ञानिक दोहन दिन रात हो रहा है। कोरोना वायरस ने मानव को एहसास दिलाया कि प्रकृति कितनी खूबसुरत है। और मानव घर के अंदर चारदीवारी में कैद होने के बाद बाहर पंछियों चहचहाट कितने आनंद की अनुभति करवाती है।
ऐसे वक्त में सेवार्थ विद्यार्थी ने पंछी हमारे मित्र अभियान का आगाज कर युवा वर्ग को लाखों साल पुरानी परंपरा को जीवित कर यह पाठ सिखाने का प्रयास किया कि पंछियों का हमारे जीवन में क्या महत्व है। इस अभियान के तहत इससे जुडऩे वाले युवा वर्ग को अपने घर के समीप या छत पर किसी अन्य पात्र या मिट्टी के पात्र में पक्षियों के लिए जल एवं आहार की व्यवस्था करने के लिए प्रेरित किया। इस अभियान को गति प्रदान करने की जिम्मेदारी सेवार्थ विद्यार्थी प्रांत प्रमुख डा. राकेश शर्मा एवं अनकी टीम द्वारा ली गई ।
फेसबुक पेज के माध्यम से इसका संचालन हुआ और अभियान में कुनबा जुड़ता गया और आखिर प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी मन की बात में इस अभियान की पैरवी की । गौर रहे कि इस अभियान का शुभारम्भ हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के प्रो. नागेश ठाकुर द्वारा जेष्ठ महीने के शुरू में किया। कोरोना के कारण भयभीत हो रहे मानव को सेवा के लिए प्रेरित करना भी अभियान का लक्ष्य रहा है।
इस अभियान में छोटे छोटे नन्हें बालको, युवाओं , बुजुर्गों तथा देश के सम्माननीय खिलाडिय़ों ने भी बढ़चढ़ कर भाग लिया। ओलंपिक के लिए चयनित हिमाचल के पहले बॉक्सर आशीष चौधरी,स्कीइंग में भारत के लिए पहला पदक लाने वाली आंचल ठाकुर, इंटरनेशनल पहलवान जॉनी चौधरी ,कबड्डी में भारत की पूर्व कप्तान पूजा ठाकुर, खिलाड़ी पूजा ठाकुर , दिव्या दुग्गल, गायिका ममता भारद्वाज, अभिमन्यु राय ने भी इस अभियान में हिस्सा लिया।
हिमाचल प्रदेश में हजारों की संख्या में पक्षियों के लिए जल और आहार की व्यवस्था करके सेल्फी लेकर सेवार्थ विद्यार्थी फेसबुक पेज पर शेयर की और अन्यों के लिए प्रेरणा स्रोत बने। जेष्ठ महीने में ब्रीडिंग सीजन होता है ऐसे में पक्षियों को आहार और पानी के लिए न भटकना पड़े। तपती गर्मी में इस अभियान के चलते पंक्षी हमारे मित्र बन गए ।
सेवार्थ विद्यार्थी समाज सेवा में समर्पित
सेवार्थ विद्यार्थी प्रांत प्रमुख डा. राकेश शर्मा से बात की तो उन्होंने बताया कि सेवार्थ विद्यार्थी 2019 में अस्तित्व में आया तो उसके बाद निरंतर सेवा कार्य किये।
हिमाचल प्रदेश में समाज सेवा में समर्पित करते हुए कई कार्य किये। मंडी जेल में प्रेरणादायक भाषण, हिमाचल के विभिन्न स्थानों में झुग्गी झोपडिय़ों में स्टडी किट-बस्त्र बांटना, निशुल्क पढ़ाना, डांस वर्कशॉप, बाल आश्रमों में जरूरत की वस्तुएं बांटना, वृद्ध आश्रम में सेवा करना, बच्चों के लिए कोचिंगव बेसिक साइंस क्लास ,निशुल्क शिक्षा देने वाले युवा शिक्षकों को सम्मान,बाल आश्रमों में छोटी दीवाली, सरकाघाट,सुन्दर नगर कुल्लू, सिरमौर, शिमला व बिलासपुर आदि स्थानों पर क्लॉथ बैंक का भी आयोजन किया।
आज युवा पीढ़ी अधिक समय फोन में नष्ट कर रही है और वह प्रकृति, पशु पक्षियों व समाज से कोसों दूर होती नजर आ रही है। युवा शक्ति को समाज सेवा की ओर मोडऩा सेवार्थ विद्धार्थी इस दिशा में कार्य कर रहा है और आगे भी करता रहेगा। पंछी हमारे मित्र अभियान भी इसी का हिस्सा है।