ऋषिकेश
आर.के.विश्नोई, अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक, टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड ने निगम के कारपोरेट कार्यालय, ऋषिकेश को नराकास राजभाषा वैजयंती (प्रथम पुरस्कार) प्राप्त होने पर हर्ष व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि यह पुरस्कार निगम में राजभाषा कार्यान्वयन के उत्कृष्ट निष्पादन को प्रदर्शित करता है। उन्होंने निगम के अधिकारियों व कर्मचारियों से आग्रह किया कि राजभाषा कार्यान्वयन की दिशा में वे अपना अमूल्य योगदान देना जारी रखें ।
नगर राजभाषा कार्यान्वयन समिति की 39वीं अर्धवार्षिक बैठक 29.01.2025 को एम्स, ऋषिकेश में आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता नराकास, अध्यक्ष एवं टीएचडीसी के निदेशक (कार्मिक), श्री शैलेन्द्र सिंह ने की। बैठक में समिति के सदस्य संस्थानों के प्रमुखों/प्रतिनिधियों एवं राजभाषा अधिकारियों ने बड़ी संख्या में प्रतिभागिता की। विदित ही है कि नराकास हरिद्वार देश की सबसे बड़ी नराकासों में से एक है जिसमें सदस्य संस्थानों की संख्या 67 है। इस समिति में रुड़की, हरिद्वार, ऋषिकेश एवं पर्वतीय क्षेत्र में स्थित केंद्र सरकार के संस्थान एवं कार्यालय सम्मिलित हैं।
कार्यक्रम में सर्वप्रथम समिति के अध्यक्ष एवं टीएचडीसी के निदेशक (कार्मिक), श्री शैलेन्द्र सिंह, एम्स, ऋषिकेश की डीन, प्रोफेसर जया चतुर्वेदी, बीएचईएल के महाप्रबंधक, श्री रंजन कुमार एवं टीएचडीसीआईएल के महाप्रबंधक(मा.सं.) डॉ. ए.एन.त्रिपाठी एवं अन्य विशिष्ट अतिथियों का स्वागत किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया। इस अवसर पर विद्यार्थियों के द्वारा सरस्वती वंदना एवं वंदेमातरम राष्ट्रीय गीत का गायन किया गया । सभी उपस्थित प्रतिभागियों ने करतल ध्वनि से इन विद्यार्थियों का उत्साहवर्धन किया ।
बैठक में नराकास राजभाषा वैजयंती योजना के अंतर्गत सदस्य संस्थानों को राजभाषा शील्ड प्रदान कर सम्मानित किया गया। सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों की श्रेणी में टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड ने प्रथम, बीएचईएल, हरिद्वार ने द्वितीय एवं भारत पेट्रोलियम मार्केटिंग डिवीजन, लंढोरा ने तृतीय पुरस्कार प्राप्त किया । साथ ही इंडियन ऑयल कारपोरेशन लि., रूड़की टर्मिनल एवं पावर ग्रिड कारपोरेशन लि. रूड़की ने प्रोत्साहन पुरस्कार प्राप्त किया। श्रेणी-2 भारत सरकार के कार्यालय/बोर्ड/स्वायत्तशासी निकाय के अंतर्गत सीएसआईआर- केन्द्रीय भवन अनुसंधान संस्थान, रूड़की ने प्रथम, राष्ट्रीय जल विज्ञान संस्थान, रूड़की ने द्वितीय, भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, रूड़की ने तृतीय तथा अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान, ऋषिकेश एवं जवाहर नवोदय विद्यालय, रोशनाबाद ने प्रोत्साहन पुरस्कार प्राप्त किया। श्रेणी-3 राष्ट्रीयकृत बैंक एवं बीमा कंपनियों की श्रेणी में पंजाब नेशनल बैंक, मंडल कार्यालय, हरिद्वार ने प्रथम, बैंक ऑफ इंडिया, हरिद्वार शाखा ने द्वितीय तथा बैंक ऑफ बड़ौदा, हरिद्वार शाखा ने तृतीय पुरस्कार प्राप्त किया । साथ ही इंडियन ओवरसीज बैंक, हरिद्वार शाखा एवं यूनियन बैंक, हरिद्वार शाखा ने प्रोत्साहन पुरस्कार प्राप्त किया । बैठक के दौरान पुरस्कार वितरण समारोह में समिति के अध्यक्ष, श्री शैलेन्द्र सिंह ने अपने कर-कमलों से विजेता संस्थानों के प्रमुख एवं प्रतिनिधियों को ये शील्ड प्रदान की। साथ ही छमाही के दौरान आयोजित विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजेताओं को भी पुरस्कृत किया गया।
बैठक में नराकास सचिव, श्री पंकज कुमार शर्मा द्वारा नराकास हरिद्वार द्वारा आयोजित गतिविधियों एवं राजभाषा से संबंधित नवीनतम जानकारियों से अवगत कराया गया। उन्होंने राजभाषा हिंदी की प्रगति की अर्धवार्षिक रिपोर्टो की समीक्षा की। इसके उपरांत चर्चा सत्र का आयोजन किया गया, जिसमें उपस्थित सदस्य संस्थानों के प्रमुख एवं प्रतिनिधियों ने अपने बहुमूल्य सुझाव दिए।
समिति के अध्यक्ष, श्री शैलेन्द्र सिंह ने अपने संबोधन में सभी सदस्य संस्थानों के प्रमुखों एवं प्रतिनिधियों को नववर्ष एवं गणतंत्र दिवस की शुभकामनाएं संप्रेषित की। साथ ही उन्होंने एम्स, ऋषिकेश को इस बैठक की मेजबानी करने के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने समिति के सभी सदस्य कार्यालयों से विशेष रूप से अनुरोध किया कि हिंदी के प्रयोग को बढ़ावा देने के लिए नवीन और रचनात्मक उपायों को अपनाएं। इस समिति की बैठक जब भी आयोजित की जाए तो यह प्रयास रहे कि उसमें कार्यालय के प्रमुख अधिकारी अनिवार्य रूप से सम्मिलित रहें एवं अपने संस्थान के अधिकारियों के साथ प्रत्येक तिमाही राजभाषा कार्यान्यन समिति की बैठक करें। संस्थान के स्तर पर यह विचार करें कि हम अपने कार्य संचालन को हिंदी में और कैसे अधिक बढ़ावा दे सकते हैं। अपने कर्मचारियों के लिए हिंदी कार्यशालाओं का नियमित आयोजन करें तथा कर्मचारियों को हिंदी में अधिक से अधिक से काम करने के लिए प्रोत्साहित करें। उनके प्रयासों को मान्यता देते हुए उन्हें समय-समय पर पुरस्कार प्रदान करें तथा अपने-अपने कार्यालयों में हिंदी को सशक्त एवं प्रभावी भाषा बनाने में योगदान दें। उन्होंने सभी संस्थान प्रमुखों एवं प्रतिनिधियों तथा राजभाषा अधिकारियों को बैठक में भाग लेने के लिए धन्यवाद दिया तथा सभी विजेता संस्थानों और प्रतियोगिताओं के विजेता कर्मचारियों को बधाई दी ।
अध्यक्ष नराकास, श्री शैलेन्द्र सिंह ने टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड के हिंदी अनुभाग की सराहना करते हुए कहा कि यह अनुभाग पूरे निगम में राजभाषा कार्यान्वयन सुनिश्चित करने के साथ-साथ नगर राजभाषा कार्यान्वयन समिति, हरिद्वार को भी पिछले 08 वर्षों से सफलतापूर्वक संचालित कर रहा है। नराकास हरिद्वार देश की बड़ी नराकासों में से एक है जिसमें रुड़की, हरिद्वार, ऋषिकेश एवं दुर्गम पर्वतीय क्षेत्र के 67 कार्यालय सम्मिलित हैं। राजभाषा विभाग के द्वारा नगर राजभाषा कार्यान्वयन समितियों में 35 सदस्य संस्थानों की संख्या निर्धारित की गई है परन्तु यह समिति काफी समय पहले से ही इतने अधिक सदस्य संस्थानों के साथ आपसी तालमेल से कार्य कर रही है। इतनी बड़ी संख्या में राजभाषा विषयक आंकड़ों को संकलित करना एवं उनकी समीक्षा करना, सदस्य कार्यालयों से समन्वय करना काफी कठिन कार्य है। परन्तु टीएचडीसी का हिंदी अनुभाग श्री पंकज शर्मा, उप प्रबंधक (राजभाषा) एवं सचिव नराकास हरिद्वार के कुशल नेतृत्व एवं समर्पित प्रयासों से इस कार्य को सफलतापूर्वक निष्पादित कर रहा है।