जिला बिलासपुर की ग्राम पंचायत कल्लर में गांव ढलियार और गांव जोल में गावर कंस्ट्रक्शन कंपनी द्वारा मनमानी करने का मामला सामने आया है। उक्त कंपनी द्वारा वन विभाग की सरकारी जमीन पर अवैध रूप से संपर्क सड़क का निर्माण करके वन संपदा और स्थानीय गांव की जंगल देहात जमीन को बर्बाद किया जा रहा है। ढालियार व पट्टा गांव के बीच पुरानी कंपनी आईएलएफएस ने पहले से एक संपर्क सड़क बनाई हुई है। जिसके माध्यम से उक्त कंपनी अपना मैटीरियल फ्लाईओवर निर्माण स्थल तक लेकर जाती थीं, अब नई कंपनी उस पुराने संपर्क सड़क मार्ग को छोड़ कर नई जगह से नई सड़क बना कर वन संपदा और स्थानीय पर्यावरण के साथी अमूल्य पेड़ों का अवैध कटान कर रही है। क्षेत्र को पर्यावरण के नाम पर पहले ही फोरलेन निर्माण से पेड़ कटान की वजह से नुकसान हो चुका है तथा जो मिल्कियत जमीन पहले से पुरानी संपर्क सड़क मैटेरियल ले जाने के लिए बनाई गई है उसको दरकिनार करके नया रास्ता वन विभाग की जंगल देहात जमीन से बनाया जा रहा है जो कि गलत है।
पुरानी कंपनी आईएलएफएस द्वारा निर्मित संपर्क सड़क को मेंटेन करके कंपनी द्वारा मैटीरियल लाने ले जाने के लिए इस्तेमाल करना चाहिए था ताकि वन संपदा को नुकसान न पहुंचे तथा एनएडीए के तहत बजट का 2 प्रतिशत पैसा स्थानीय विकास कार्यों पर खर्च नही किया जा रहा है। कंपनी प्रबंधन मनमानी पर उतर आई है तथा पुरानी संपर्क सड़क के लिए स्थानीय गांववासियों ने अपनी मिल्कियत भूमि कंपनी को दे रखी थी ताकि कंपनी अपना मैटीरियल फ्लाईओवर निर्माण स्थल तक ले जा सके। उक्त समझौते का दूसरा पहलू ये भी था कि स्थानीय गांव वाले भी उक्त पुरानी संपर्क सड़क का इस्तेमाल करते रहें हैं। अब पुराना बना हुआ संपर्क सड़क मार्ग की मुरम्मत न करके गावर कंस्ट्रक्शन कंपनी अपनी मर्जी से गांव के साथ लगती जंगल देहात क्षेत्र में से नया संपर्क मार्ग निकाल कर वन संपदा को तबाह कर रही है तथा पुराने सड़क मार्ग को दरकिनार कर रही है जबकि वर्ष 2014 में उक्त पुराने (अप्रोच मार्ग) संपर्क सड़क मार्ग के निर्माण के लिए तत्कालीन डीएफओ और जिला प्रशासन के अधिकारी मौका पर आए थे, उस समय यह संपर्क मार्ग बनाने हेतु गांव के सात परिवारों ने अपनी निजी मिल्कियत भूमि कंपनी को इस्तेमाल करने के लिए देने की स्वीकारोक्ति की थी।
कंपनी ने भी उक्त पुराने संपर्क मार्ग को मेंटेन करने का समझौता गांव वासियों से किया था। अब इस नए संपर्क मार्ग निर्माण का वन विभाग की जमीन में से निकलने का विरोध करते हुए गांव वासी रिटायर्ड कैप्टन कृष्ण लाल डोगरा, रोशन लाल, गुरुदेव ठाकुर, बाल राम, निक्कू राम, छोटू राम, तथा अशोक कुमार आदि ने कहा कि हमने अपनी निजी भूमि संपर्क सड़क मार्ग के लिए इस शर्त पर दे रखी थी कि कंपनी इस संपर्क मार्ग को समय समय पर मुरम्मत करेगी तथा अपना मैटीरियल फ्लाईओवर निर्माण स्थल तक ले जाएगी और गांववासी भी इस संपर्क सड़क मार्ग का इस्तेमाल अपनी रोजमर्रा के जरूरी कार्यों हेतु करेगी। अब नई गावर कंस्ट्रक्शन कंपनी वन विभाग की जमीन को बरबाद करके नया संपर्क मार्ग बना रही है जिसके कारण पुराना संपर्क सड़क मार्ग में गई जमीन भी बेकार हो गई और नई सड़क से वन विभाग की जमीन के साथ साथ पेड़ों का अवैध कटान भी हो रहा है। समस्त गांव वासी इस नई सड़क का विरोध करते हैं तथा सरकार, जिला प्रशासन, वन विभाग और गावर कंस्ट्रक्शन कंपनी प्रबंधन से मांग करते हैं कि पुरानी संपर्क सड़क को बहाल करके अपना मैटीरियल फ्लाईओवर निर्माण स्थल तक ले कर जाए और पुराने सड़क मार्ग को मेंटेन करे ताकि स्।क्। कानून के तहत जो पूर्व में समझौता हुआ था उसके तहत गांव वालों का पुराना संपर्क मार्ग बहाल हो पाए।