शिमला
बर्फबारी के अलर्ट के बीच वीरवार को शिमला के प्रसिद्ध पर्यटन स्थल नारकंडा और कुफरी में सीजन की पहली बर्फबारी हुई है। शिमला शहर में भी फाहे गिरे हैं। वहीं अटल टनल रोहतांग होकर गुजरने वाले पर्यटक वाहनों की संख्या में लगभग 60 फीसदी की कमी देखने को मिली। क्रिसमस के बीच अटल टनल होकर करीब 19 हजार से अधिक पर्यटक वाहन आरपार हुए हैं। जबकि वीरवार को यह आंकड़ा सिमट कर 9,063 रहा। दोपहर बाद रोहतांग और कुंजम दर्रा समेत लाहौल-स्पीति के रिहायशी इलाकों में भी हल्की बर्फबारी शुरू हो गई। जिससे दिन का तापमान शून्य से करीब आठ डिग्री तक नीचे लुढ़क गया।
कड़ाके की ठंड के कारण घाटी के कई हिस्सों में पेयजल की किल्लत होने से लोगों को मुश्किलों का सामना करना पड़ा। ठंड के कारण कई पेयजल स्त्रोत जम गए हैं। मौसम विज्ञान केंद्र ने वीरवार और शुक्रवार को लाहौल-स्पीति के ऊंचाई वाले इलाकों में हिमपात को लेकर अलर्ट जारी किया है। लिहाजा लाहौल -स्पीति प्रशासन ने मौसम विज्ञान के अलर्ट पर घाटी के सभी ग्राम पंचायतों, गैर सरकारी संस्थानों के साथ पर्यटन कारोबारियों से इस संदर्भ में जनता को आगाह करने की अपील की है।
बर्फबारी को लेकर अलर्ट जारी होने के बाद सैलानियों से गुलजार रहने वाले कोकसर, सिस्सू, गौंधला और यांगला में वीरवार को बहुत कम सैलानी पहुंचे। वहीं हिमपात को देखते हुए कोकसर में कारोबारी ढाबों को बंद करने की योजना बना रहे हैं। उपमंडलाधिकारी प्रिया नागटा ने बताया कि बर्फबारी को देखते हुए वीरवार को अटल टनल रोहतांग होकर लाहौल आने सैलानियों की संख्या कम हुई है।
प्रशासन ने घाटी की सभी पंचायतों के साथ गैर सरकारी संस्थाओ और पर्यटन कारोबारियों को बर्फबारी होने की संभावना को लेकर सूचित कर दिया है। पर्यटन कारोबारी रमेश और दोरजे ने बताया कि वीरवार को कोकसर ओर सिस्सू में बहुत कम सैलानी पहुंचे। घाटी में हुई ताजा बर्फबारी के कारण केलांग डिपो ने दोपहर बाद चलने वाली बसों का संचालन रोक दिया। हालांकि दोपहर से पूर्व घाटी सहित मनाली की ओर चलने वाली बसें चलती रहीं। मगर दोपहर बाद बर्फबारी शुरू होते ही केलांग डिपो ने उदयपुर-केलांग और केलांग से मनाली के बीच बस सेवा को बंद कर दिया है। मौसम विज्ञान केंद्र ने लाहौल में 29 और 30 दिसंबर तक बर्फबारी की चेतावनी जारी की है।
जनजातीय क्षेत्र भरमौर और पांगी में ताजा बर्फबारी से क्षेत्र में चारों और बर्फ की चादर बिछ गई है। भरमौर की ऊंची पहाडियों पर वीरवार दोपहर को रुक रुक कर हिमपात होता रहा। जबकि निचले क्षेत्रों मे ठंडी हवाएं चलने से शीतलहर मे काफी तेजी आ गई है। दिनभर अधिकतर लोग घरों मे दुबक कर बैठे रहे। मौसम विभाग ने पहले ही ऊंचाई वाले क्षेत्रों के अलर्ट जारी कर दिया है।