तीसा
चीह पंचायत के तहत आती राजकीय उच्च पाठशाला चीह के भवन पर डबी पहाड़ दरकने से भारी भरकम चट्टान लेंटर को तोड़कर सीधी अंदर जा गिरी। इससे कमरा पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया है जबकि स्कूल के दूसरे कमरे में भी बड़ी-बड़ी दरारें आ गई हैं। घटना शुक्रवार सुबह 7:00 बजे की बताई जा रही है।
गनीमत यह रही कि इन दिनों स्कूल में छुट्टियां हैं। इससे बड़ा हादसा होने से टल गया। खैर, सूचना मिलने के बाद मुख्याध्यापक ने मौके पर पहुंच कर बीईईओ सलूणी को घटना के बारे में सूचना दी। वहीं पंचायत पंचायत प्रधान और स्कूल प्रबंधन समिति अध्यक्ष ने शिक्षा विभाग से सोमवार से विद्यालय खुलने पर विद्यार्थियों को सुरक्षित जगहों पर शिफ्ट करने की मांग की है जिससे कोई अप्रिय घटना न हो। गौरतलब है कि भारी बारिश से पहाड़ दरकना शुरू हो गए हैं। शुक्रवार सुबह डबी पहाड़ के दरकने से स्कूल में गिरी विशालकाय चट्टान के कारण कमरे के भीतर रखे टेबलों, कुर्सियों समेत गोदरेज की अलमारी, दरवाजे और खिड़कियों को भारी क्षति पहुंची है। इतना ही नहीं चट्टान गिरने के धमाके से स्कूल के दूसरे कमरे में भी दरारें आई हैं। ऐसे में अब स्कूल में बच्चे भी सुरक्षित नहीं हैं। स्कूल में वर्तमान समय में 26 विद्यार्थी शिक्षारत हैं।
स्कूल प्रबंधन समिति के अध्यक्ष प्रकाश चंद ने बताया कि चट्टान गिरने से स्कूल भवन क्षतिग्रस्त हो गया है जो अब बच्चों के लिए सुरक्षित नहीं है। पहाड़ी से भूस्खलन का क्रम जारी है। कहा कि 13 फरवरी से बच्चों की कक्षाएं शुरू हो रही हैं। उन्होंने उपायुक्त चंबा और शिक्षा उपनिदेशक से मांग की है कि बच्चों की पढ़ाई बाधित न हो, इसके लिए उन्हें दूसरी जगह पर स्थानांतरित किया जाए जिससे बच्चों को दिक्कत न हो।
बीईईओ सलूणी जगदीश चंद शर्मा ने बताया कि मुख्याध्यापक द्वारा उन्हें फोन के माध्यम से जानकारी दी गई है। जिस बारे उच्च शिक्षा उपनिदेशक को अवगत करवाया गया है। बताया कि सोमवार को मुख्याध्यापक विद्यालय संबंधी अपनी रिपोर्ट उन्हें सौंपेंगा।
चीह पंचायत प्रधान राकेश कुमार खन्ना ने बताया कि विशालकाय चट्टान विद्यालय का लैंटर तोड़ कमरे में पड़ी है। गनीमत, ये रही कि किसी प्रकार की अनहोनी नहीं हुई है। उन्होंने उपायुक्त चंबा और चुराह प्रशासन से मांग उठाई है किबच्चों की सुरक्षा के लिए उन्हें अन्यत्र शिफ्ट किया जाए। जिससे उनकी पढ़ाई प्रभावित न हो