स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण तथा सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री डॉ. कर्नल धनीराम शांडिल ने आज जिला सोलन के नौणी स्थित डॉ. वाई. एस. परमार बागवानी एवं वानिकी विश्वविद्यालय का दौरा किया और विश्वविद्यालय में पीलिया के मामलों का जायजा लिया।
इस अवसर पर, स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि नौणी विश्वविद्यालय में पीलिया के मामलों की जानकारी मिलते ही उन्होंने नौणी विश्वविद्यालय के प्रशासन एवं स्वास्थ्य विभाग को मामले की जांच के आदेश दे दिए थे। उन्होंने कहा की विश्वविद्यालय में पानी के नमूने लिए गए और जांच के उपरांत यह पाया गया की विश्वविद्यालय का पानी बिलकुल ठीक है।
उन्होंने कहा की जांच के उपरांत यह भी पाया गया की जिन बच्चों को पीलिया हुआ है वह अलग अलग क्षेत्रों से है और कुछ छात्र हाल ही में दूसरे राज्य के दौरे पर गए थे।
डॉ. कर्नल धनीराम शांडिल ने बताया कि नौणी विश्वविद्यालय के सभी छात्रावास में शुद्ध पेयजल उपलब्ध करवाया जा रहा है और शुद्ध पेयजल उपलब्ध करवाने हेतु पानी के टैंक से पानी की नियमित रूप से जांच की जा रही है। उन्होंने विश्वविद्यालय के छात्रों तथा स्थानीय लोगों से न घबराने का आग्रह किया है।
उन्होंने विश्वविद्यालय के छात्रों से बातचीत कर उनकी मांगों पर सहानुभूति पूर्वक विचार कर पूर्ण करने का आश्वासन भी दिया।
डॉ. वाई. एस. परमार बागवानी एवं वानिकी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो.राजेश्वर सिंह चन्देल ने उत्पन्न स्थिति के बारे में स्वास्थ्य मंत्री को अवगत कराते हुआ कहा कि विश्वविद्यालय के परिसर में शुद्ध पेयजल उपलब्ध करवाया जा रहा है और परिसर में उपलब्ध करवाए जा रहे पानी की जांच नियमित रूप से सुनिश्चित की जा रही है। इसके अतिरिक्त सहायक खाद्य आयुक्त द्वारा आसपास के ढाबों की खाद्य पदार्थों की जांच भी करवाई जा रही है।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ राजन उप्पल ने भी उनके कार्यालय द्वारा की गई जांच से मंत्री को अवगत करवाया। उन्होंने कहा की जिस छात्रा की पीलिया से मृत्यु की संभावनाएं बताई जा रही थी उनकी मृत्यु किसी अन्य कारण से हुई है।
इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलसचिव संदीप नेगी, नौणी पंचायत प्रधान मदन हिमाचली, उपमंडलाधिकारी सोलन संजय स्वरूप, स्वास्थ्य विभाग से मामले के जांच अधिकारी डॉ. अमित रंजन तथा अन्य गणमान्य व्यक्ति भी उपस्थित थे।