राज्य आबकारी एवं कराधान विभाग के उत्तरी क्षेत्र की एक समीक्षा बैठक आज पालमपुर में विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव जगदीश चंद्र शर्मा की अध्यक्षता में आयोजित की गई। यह बैठक राज्य के कंजंप्शन जिलों से जीएसटी राजस्व की अधिकतम वसूली पर सरकार की अपेक्षाओं की पृष्ठभूमि में आयोजित की गई।
इस दौरान कांगड़ा, नूरपुर, ऊना और चंबा और उत्तरी प्रवर्तन क्षेत्र के राजस्व जिलों वाले उत्तरी क्षेत्र के जिले के प्रदर्शन की समीक्षा विभिन्न मापदंडों पर की गई। इसमें निर्धारित लक्ष्यों के मुकाबले की गई राजस्व वसूली, रिटर्न दाखिल करने, रिटर्न की जांच और प्रवर्तन कार्रवाई आदि मुद्दे शामिल थे।
जगदीश चंद्र शर्मा ने सभी उपलब्ध विश्लेषणात्मक उपकरणों का उपयोग कर 360 डिग्री विश्लेषण के माध्यम से राजस्व प्राप्ति को अधिकतम करने पर जोर दिया। विभिन्न मानकों पर अगली तिमाही के लिए लक्ष्य उत्तरी क्षेत्र के जिलों को आवंटित किए गए थे। उन्होंने आशा व्यक्त की कि जिले निर्धारित लक्ष्यों से अधिक प्रदर्शन करने में सफल रहेंगे और इसे लेकर इसी वर्ष अक्तूबर महीने में समीक्षा की जाएगी।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने राज्य के राजस्व में विभाग के महत्व को देखते हुए विभाग को हिमाचल प्रदेश राजस्व सेवाओं में संगठित किया है। सरकार विभाग की कार्यप्रणाली में विशेषज्ञता और व्यावसायिकता लाने की दृष्टि से विभाग के पुनर्गठन की प्रक्रिया में है। उन्होंने अधिकारियों को आश्वासन दिया कि उनके विभिन्न मुद्दों पर सरकार सहानुभूतिपूर्वक विचार करेगी।
बैठक में कमिश्नर आॅफ स्टेट टैक्स एंड एक्साइज यूनुस, राज्य मुख्यालय के वरिष्ठ अधिकारी, उत्तर क्षेत्र और जिलों के जोनल प्रभारी और उत्तरी क्षेत्र के जिलों के सर्कल प्रभारी उपस्थित थे।