कोरोना महामारी के दौरान कोविड केयर सेंटर में आउटसोर्सिंग स्टाफ के तौर पर अपनी सेवाएं देने वाली स्टाफ नर्सों को आउटसोर्स कंपनियों ने अब बाहर का रास्ता दिखाने का मन बना लिया है। इस फैसले से नाराज स्टाफ नर्सों ने सरकार से उन्हें जिला के अन्य अस्पतालों में सेवाएं जारी रखने की गुहार लगाई है।
इस बारे में शनिवार को स्टाफ नर्सों का एक प्रतिनिधिमंडल अतिरिक्त उपायुक्त जतिन लाल से मिला और प्रदेश सरकार को एक ज्ञापन प्रेषित किया। स्टाफ नर्सों का कहना है कि 6 महीने पहले 60 स्टाफ नर्सों की ड्यूटी को कोविड केयर सेंटर खलियार में लगाई गई थी। इस दौरान उन्होंने जिला के अन्य अस्पतालों में भी अपनी सेवाएं दीं, परंतु अब उन्हें बाहर का रास्ता दिखाया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि उन्होंने कोरोना महामारी के दौर में अपने परिवार से अलग रह कर भी लगातार अपनी सेवाएं दी हैं और आज सरकार उन्हें उनकी सेवाओं के बदले बाहर का रास्ता दिखा रही है। स्टाफ नर्सों का कहना है कि सरकार उन्हें बाहर निकाल कर नई पॉलिसी बनाने जा रही है। उन्होंने कहा कि नई पॉलिसी में यदि उन्हें नजरअंदाज किया जाता है तो वे सरकार के खिलाफ उग्र आंदोलन का रास्ता अख्तियार कर देंगी।