सोमवार को एपीजी शिमला विश्वविद्यालय के नए शैक्षणिक सत्र का आगाज़ सभी संकायों में अध्ययन करने वाले छात्र ओरिटीशन-प्रोग्राम वीडियो-कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से हुआ। कार्यक्रम में एपीजी शिमला विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. रमेश कुमार चौधरी ने बतौर मुख्यातिथि व प्रेरक शिरकत की। कार्यक्रम की शुरुआत एपीजी शिमला विश्वविद्यालय के डीन एकेडेमिक्स प्रो. डॉ. कुलदीप की अगुवाई में हुई। कार्यक्रम के दौरान विश्वविद्यालय के शिक्षक, सभी विभागों के विभागाध्यक्ष और डीन भी मौजूद रहे। छात्रों को संबोधित करते हुए कुलपति प्रो. चौधरी ने कहा कि आप अपने कॅरियर में जो भी करना चाहते हैं उस क्षेत्र में हमेशा बेहतर करने का प्रयास करें। इसके लिए कठिन परिश्रम व मज़बूत इरादे की जरूरत होती है। प्रो. चौधरी ने छात्रों से कहा कि वे एक लक्ष्य निर्धारित करें और यह लक्ष्य किस हद तक पूरा हो रहा है और लक्ष्य प्राप्ति से कितनी दूर है, उसका मूल्यांकन भी करें। उन्होंने छात्रों को बताया कि एपीजी शिमला विश्वविद्यालय ने कोरोनकाल में भी शैक्षणिक लक्ष्यों को हासिल कर विश्वविद्यालय में नए कीर्तिमान स्थापित किए है जो छात्रहित में छात्रों के मार्गदर्शन, रिसर्च, जॉब व लक्ष्य तक पहुंचने में मदद करेंगें और विश्वविद्यालय की ओर से इस दिशा में पहले की भांति छात्रों की पूरी-पूरी सहायता के लिए वचनबद्ध है। प्रो. चौधरी ने खुशी जाहिर करते हुए कहा कि ऑनलाइन क्लासेज में मिली सफलता के बाद ऑनलाइन काउंसिलिंग और एग्जामिनेशन लेने में मिली सफलता ने यह साबित कर दिया है कि विश्वविद्यालय के आचार्य तकनीक का इस्तेमाल कर मुश्किलों में भी अपने छात्रों की स्टडी में कोई बाधा नहीं आने देंगें। कुलपति चौधरी ने छात्रों को अवगत करवाया की हाल ही में एपीजी शिमला विश्वविद्यालय को यूजीसी और मानव संसाधन विकास मंत्रालय की ओर से छात्रों को गुणात्मक शिक्षा व रिसर्च कार्यों के लिए कई बड़े प्रोजेक्ट्स प्रदान किए हैं और उन पर विश्वविद्यालय का प्रशासन, मैनेजमेंट विभाग , एकेडेमिक्स डीन और शिक्षकवर्ग काम कर रहा है। उन्होंने कहा कि आज भारत बदल रहा है और आत्मनिर्भर भारत बनने जा रहा है , यह तभी होगा जब हमारी नाव पीढ़ी को इस दिशा में जाने के लिए लक्ष्य के साथ मानविकी से लेकर विज्ञान और तकनीकी तालीम हासिल हो । कुलपति ने कहा कि इस लक्ष्य को नव पीढ़ी हासिल करने में सक्षम है परंतु इसे पूरा करने के लिए भगवान श्रीकृष्ण द्वारा दिया गया लक्ष्य और कठिन कर्म का उपदेश जीवन में अपनाना होगा और अर्जुन जैसा लक्ष्य निधारण करना होगा। कुलपति चौधरी ने छात्रों को राष्ट्र की प्रगति के लिए वैज्ञानिक दृष्टिकोण अपनाने का आह्वान किया। कुलपति चौधरी ने छात्रों के सफल शैक्षणिक सत्र व बेहतर पढ़ाई की मंगल कामना की और सफलता का आशीर्वाद भी दिया।