शिमला। हिमाचल में अब तक के सबसे बड़े 200 करोड़ के छात्रवृति घोटाले में सीबीआई ने बड़ी कार्रवाई करते हुए 7 लोगों को गिरफ्तार किया है। सीबीआई की इस कार्रवाई से कई अधिकारियों में हड़कंप मचा हुआ है।
बता दें कि बीते सोमवार को छात्रवृत्ति घोटाले से जुड़े मामले में सीबीआई की धीमी जांच पर हाईकोर्ट ने नाराजगी जताई थी। हिमाचल हाईकोर्ट ने जांच में तेजी लाकर इसे पूरा करने और सक्षम क्षेत्राधिकार वाले न्यायालय के समक्ष आरोप पत्र (चार्जशीट) दाखिल करने के आदेश जारी किए थे। मुख्य न्यायाधीश मोहम्मद रफीक और न्यायमूर्ति ज्योत्सना रिवाल दुआ की खंडपीठ ने प्रार्थी श्याम लाल द्वारा दायर जनहित याचिका पर सुनवाई करते हुए यह पीड़ा भी व्यक्त की कि छह महीने बीत जाने के बाद भी सीबीआई घोटाले में संलिप्त संस्थानों व दोषियों के खिलाफ एक भी चार्जशीट दाखिल नहीं कर सकी है।
वहीं इस मामले में सीबीआई ने सातवीं स्टेटस रिपोर्ट हाईकोर्ट में पेश की थी। हाईकोर्ट ने हैरानी जताते हुए कहा कि 20 अक्तूबर, 2021 को जब इस मामले पर सुनवाई हुई थी, तब भी यही स्थिति थी। हाईकोर्ट ने सीबीआई को जांच तेजी से पूरा करने और सक्षम क्षेत्राधिकार वाले न्यायालय के समक्ष चार्जशीट दाखिल करने का एक और मौका दिया था। सीबीआई को 20 अप्रैल, 2022 को मामले पर ताजा स्टेटस रिपोर्ट दाखिल करने का आदेश भी दिया गया ।
स्टेटस रिपोर्ट के अनुसार सीबीआई की ओर से की गई अब तक की जांच में 266 में से 28 निजी संस्थानों को घोटाले में संलिप्त पाया गया है। सीबीआई की ओर से कोर्ट को बताया गया है कि 28 में से 11 संस्थानों की जांच पहले ही पूरी हो चुकी है और आरोप पत्र दाखिल किए जा चुके हैं। 17 संस्थानों के खिलाफ जांच अभी जारी है।