कांगड़ा, 8 फरवरी
हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा शैली की पेंटिंग में माही तांगा जिले की पथरिया गांव के कलाकार मुकेश धीमान ने हाल ही में जर्मनी की फ्रैंकफर्ट शहर में एक प्रदर्शनी में अपनी लघु चित्रों को प्रदर्शित किया है।
कुमार उस भारतीय प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा हैं जो केंद्रीय कपड़ा मंत्रालय के तत्वावधान में जर्मनी गया था। मंत्रालय ने जर्मनी में पारंपरिक भारतीय कला की एक प्रदर्शनी-सह-प्रदर्शन का आयोजन किया था जो आज संपन्न हुआ।
पद्मश्री से सम्मानित चित्रकार विजय शर्मा का कहना है कि कुमार पहाड़ी लघु चित्रकला की कांगड़ा शैली के प्रतिभाशाली चित्रकारों में से एक हैं।
कुमार पिछले तीन दशकों से इस पेंटिंग शैली का अभ्यास कर रहे हैं और उन्हें अपने कांगड़ा चित्रों के लिए प्रतिष्ठित राष्ट्रीय पुरस्कार मिला है। प्रारंभ में कुमार ने कांगड़ा के चंदूलाल रैना से यह कला सीखी थी, लेकिन बाद में शर्मा से उन्नत प्रशिक्षण प्राप्त किया।
शर्मा ने कहा कि कुमार द्वारा वर्तमान में प्रदर्शित की जाने वाली कांगड़ा पेंटिंग ‘शृंगार रस-प्रेम की भावना’ की थीम पर आधारित हैं। यह राधा के साथ भगवान कृष्ण की रोमांटिक शरारतों को चित्रित करने का प्रयास करता है।