डिग्रियों के फर्जीवाड़े के मामले में एसआईटी ने मानव भारती विश्वविद्यालय के चेयरमैन राजकुमार राणा को हिरासत में ले लिया है। 2 जून को अंतरिम जमानत मिलने के बाद इस पर हाईकोर्ट ने पुलिस से जवाब मांगा था। 17 जून को सुनवाई आज तक के लिए टाल दी गई थी। पुलिस के जवाब व दलीलों के बाद हाईकोर्ट ने राणा की जमानत याचिका खारिज कर दी।अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक डाॅ. शिव कुमार शर्मा व डीएसपी रमेश शर्मा के नेतृत्व में टीम पहले से ही हाईकोर्ट परिसर में तैयारी के साथ पहुंची हुई थी। याचिका खारिज होते ही उसे काबू कर लिया गया।
ऐसा भी बताया जा रहा है कि पुलिस ने राणा के फोन व अन्य सामान को भी कब्ज़े में ले लिया है। बता दें कि करीब एक सप्ताह पहले राणा के करीबी 63 वर्षीय कृष्ण कुमार सिंह को भी गिरफ्तार किया गया था, जो विश्वविद्यालय में 2013 से 2015 में बतौर रजिस्ट्रार तैनात था।उल्लेखनीय है कि डिग्रियों के फर्जीवाड़े में धर्मपुर पुलिस ने 3 मार्च को मामला दर्ज किया था।
ग़ौरतलब है कि यूनिवर्सिटी का मालिक काफी रसूख रखता था, लेकिन धोखाधड़ी के मामले में उसकी पुलिस के सामने कुछ नहीं चली। उधर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक डाॅ. शिव कुमार शर्मा ने एमबीएम न्यूज से बातचीत में कहा कि चेयरमैन को हिरासत में लिया गया है। उनका यह कहना था कि सोलन पहुँचकर पूछताछ की जाएगी।
दीगर है कि मानव भारती यूनिवर्सिटी का नेटवर्क राजस्थान तक फैला हुआ था। जहां तक भी यूनिवर्सिटी का संचालन किया जा रहा था। शुरूआती जांच में ही पुलिस को ऐसी डिग्रियां छानबीन के दौरान मिली थी, जिनको देखकर यही प्रतीत हो रहा था कि जाली डिग्रियों को बेचने के मकसद से ही प्रिंट किया गया है।