बिलासपुर
नयनादेवी हलके से कांग्रेस प्रत्याशी रामलाल ठाकुर ने भाजपा प्रत्याशी रणधीर शर्मा पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने भाजपा शासनकाल में मंदिर न्यास नयनादेवी में अनियमितताओं को लेकर सरकार की घेरेबंदी की। कहा कि ट्रस्ट का पैसा प्रदेश से बाहर के घाटे में चल रहे एक निजी बैंक में फिक्स डिपोजिट करवाया गया और उस बैंक से भाजपा प्रत्याशी के रिश्तेदार के नाम पर लोन लिया गया जिससे सात गाडिय़ां डाली गई और रेलवे के कार्य में लगाई गई। सवाल यह है कि ट्रस्ट का पैसा किसकी अनुमति से बाहर के एक निजी बैंक में फिक्स डिपोजिट किया गया। मामला उपायुक्त के ध्यान में लाया गया जिस पर उन्होंने संज्ञान लेते हुए अधिकारियों से जबाव तलब किया था। यही नहीं, मामला मुख्यमंत्री के समक्ष भी रखा गया।
मंगलवार को सायर डोभा, साई खारसी, सोलधा के बाग फुलगाटा और सिकरोहा में चुनावी सभाओं को संबोधित करते हुए कांग्रेस प्रत्याशी रामलाल ठाकुर ने कहा कि भाजपा सरकार के कार्यकाल में मंदिर न्यास के पैसे का जमकर दुरूपयोग हुआ है। मंदिर के लिए लिफ्ट लगाने की योजना बनी जिससे कई दुकानदार उजड़ रहे हैं। जनता के हितों पर कुठाराघात कदापि होने नहीं दिया जाएगा। उन्होंने आरोप लगाया कि लिफ्ट के काम के लिए एक कंपनी को टेंडर किए बगैर ही काम आवंटित कर दिया गया। पांच करोड़ के बजट की योजना में दो करोड़ रूपए की पेमेंट कंपनी को एडवांस में की जा चुकी है। मामले को मुख्यमंत्री के ध्यान में लाया गया लेकिन वह कोई भी संतोषजनक जबाव नहीं दे पाए। ऐसे में कांग्रेस सरकार के सत्ता में आने के बाद मामले की जांच करवाकर दोषियों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि मंदिर के कार्यों में भाजपा से ताल्लुक रखने वाले एक न्यासी का पूरा हस्तक्षेप है और मनमर्जी के काम कर रहा है। और तो और नयनादेवी में होने वाली मीटिंग भी अब बिलासपुर में ही होती हैं। किसी को भी मां के खजाने पर डाका डालने की इजाजत नहीं दी जा सकती। इसका पूरा हिसाब किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि मंदिर न्यास नयनादेवी में कर्मचारियों के 90 पद रिक्त पड़े हैं और भाजपा नेता चोर दरवाजे से नियुक्तियां करना चाहते थे लेकिन इसका विरोध किया गया तो नहीं कर पाए। इसके अलावा नयनादेवी ट्रस्ट के अधीन कार्यरत जमा दो स्कूल का सरकारीकरण कर दिया गया। स्टाफ न होने की वजह से बच्चे स्कूल में पढ़ाई नहीं कर पा रहे। अब सवाल यह है कि 71 करोड़ की नकदी के अलावा करोड़ों का सोना चांदी होने के बावजूद ट्रस्ट के अधीन कार्यरत स्कूल का सरकारीकरण करना कहां तक जायज है? उन्होंने कहा कि अपने समय में विकास के मामले में कोई कमी शेष नहीं छोड़ी है और नब्बे फीसदी काम कांग्रेस के समय हुए हैं। चाहे घवांडल में पचास बैडिड अस्पताल की बात हो या फिर डिग्री कॉलेज व आईटीआई की सब कांग्रेस की देन हैं। स्वारघाट में डिग्री कॉलेज खोलने को लेकर उन्होंने भरसक प्रयास किए थे लेकिन चुनाव के समय भाजपा सरकार ने आनन फानन में कॉलेज की घोषणा की और बगैर स्टाफ व बजट के ही नोटिफिकेशन भी कर दी। अब बिलासपुर कॉलेज की प्राचार्य को कार्यभार सौंपा गया है। लेकिन भवन के लिए न तो बजट है और कॉलेज चलाने के लिए न ही उपयुक्त स्टाफ व प्राध्यापक। ऐसे में भाजपा चुनावी लाभ के लिए किस तरह के ओच्छे हथकंडे अपनाए गए यह जनता भली भांति जान व समझ चुकी है और जबाव देने के लिए तैयार है। रामलाल ठाकुर ने कहा कि हलके में विकास के नए आयाम स्थापित हुए हैं। सीनियर सकेंडरी, मिडल व हाई और प्राथमिक स्कूल कांग्रेस के समय खोले जा चुके हैं। जुखाला व नयनादेवी डिग्री कॉलेज कांग्रेस के समय शुरू हुए और पानी व सिंचाई स्कीमों से जनता को लाभाविंत किया। सौ करोड़ लागत की चंगर सिंचाई स्कीम भी कांग्रेस की देन है। कालाकुंड स्कीम को दुरूस्त करवाकर जनता को लाभाविंत किय