हिमाचल के जिला हमीरपुर के गलोड़ निवासी डॉ. गौरव शर्मा ने न्यूजीलैंड में सांसद बनकर देश और प्रदेश का नाम रोशन किया है। न्यूजीलैंड में शनिवार को घोषित हुए चुनाव परिणामों में डॉ. गौरव शर्मा ने हैमिल्टन वेस्ट सीट से लेबर पार्टी के टिकट पर जीत दर्ज की। डॉ. गौरव शर्मा को 15873 मत प्राप्त हुए जबकि इनके प्रतिद्वंद्वी नेशनल पार्टी के नेता टीम को 11487 वोट मिले।
मूल रूप से हिमाचली गौरव शर्मा हमीरपुर जिले के हड़ेटा गांव से ताल्लुक रखते हैं। 12 साल की उम्र में वे अपने पिता के साथ न्यूजीलैंड चले गए थे। पिता प्रदेश बिजली बोर्ड (power Board) में एक्सईन थे। उन्होंने एच्छिक सेवानिवृत्ति ले ली थी और न्यूजीलैंड चले गए। वहां छह साल के लंब संघर्ष के बाद उन्हें नौकरी मिली। इस दौरान उन्होंने समाजिक सरोकार के कामों हिस्सा लेने के अलावा टैक्सी चलाकर गुजारा किया।
साल 1996 में डॉक्टर गौरव शर्मा के पिता जब परिवार सहित 250 डॉलर लेकर न्यूजीलैंड के लिए निकले थे तो उन्हें भी अंदाजा नहीं था कि उनका बेटा आने वाले समय में वहां की मौजूदा विपक्षी पार्टी की ओर से सांसद का चुनाव (Election) लड़ेगा। गौरव ने अपनी शुरुआती पढ़ाई शिमला पब्लिक स्कूल और चेप्शली स्कूल से की। इसके बाद आधुनिक स्कूल धर्मशाला में दाखिला लिया। इसके बाद उन्होंने ऑकलैंड से ही डॉक्टरेट की पढ़ाई की।
डॉक्टरेट की पढ़ाई के दौरान गौरव ने जलवायु परिवर्तन का न्यूजीलैंड पर प्रभाव विषय पर एक प्रेजेटेशन दी, जिसे यूनिवर्सिटी ऑफ ऑकलैंड में पहला पुरस्कार मिला। बाद में उन्हें वर्ल्ड हैल्थ आर्गेनाइजेनश, जीनेवा के साथ काम करने का भी मौका मिला इस दौरान उन्होंने पब्लिक हैल्थ से जुड़े कई प्रोजेक्ट्स में काम किया।बाद में उन्हें च्यंग न्यूजीलैंडर ऑफ ईयरज् के लिए मनोनित किया गया था।