08मार्च
पंजाब एग्जिट पोल में आम आदमी पार्टी (आप) को बहुमत मिलने से हिमाचल में भी सियासी हलचल तेज हो गई है। हिमाचल में पार्टी पहले से ही चुनावी बिसात बिछाने की तैयारी कर चुकी है। इसके लिए प्रदेश भर में जनसंपर्क अभियान शुरू किए गए हैं। पंजाब में चुनाव परिणाम घोषित होने के बाद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल सहित अन्य पार्टी के नेता हिमाचल का जल्द रुख कर सकते हैं। हिमाचल प्रदेश में नौ महीने के बाद ही विधानसभा के चुनाव हैं। राज्य के अधिकांश जिले पंजाब से सटे हैं। इनमें जिला ऊना सहित चंबा, सोलन, सिरमौर और बिलासपुर शामिल हैं।
इन जिलों की सीमा पंजाब से लगती है। इनसे लोगों का अकसर पंजाब आना-जाना लगा रहता है। प्रदेश के अन्य जिलों की अपेक्षा इनकी जनसंख्या सबसे ज्यादा है। ऐसे में आम आम आदमी पार्टी इन जिलों में ज्यादा फोकस कर सकती है। मंडी लोकसभा उपचुनाव में भी करीब 14 हजार लोगों ने नोटा का बटन दबाया है। आम आदमी पार्टी प्रदेश में कर्मचारी और सेवानिवृत्त कर्मचारियों से संपर्क बनाए हुए है। वर्तमान प्रदेश में दो लाख कर्मचारी और डेढ़ लाख के करीब पेंशनर है।
आम आदमी पार्टी ने प्रदेश में सदस्यता अभियान छेड़ा है। पंफलेट बांटकर भी लोगों के समक्ष पार्टी का एजेंडा रखा जा रहा है। इसमें बिजली और पानी को मुफ्त देने की बात कही जा रही है। गरीबों के लिए कॉलोनियां, लोगों को भरपेट भोजन, राशन सस्ता आदि के वादे किए जा रहे हैं। हर घर में व्यक्ति को रोजगार देने का भी आश्वासन दिया जा रहा है। हिमाचल प्रदेश में आम आदमी पार्टी युवा विंग के उपाध्यक्ष सुरेंद्र कश्यप ने बताया कि प्रदेश की जनता भाजपा और कांग्रेस से तंग आ चुकी है। दोनों पार्टियां भ्रष्टाचार में डूबी हैं