जिला बिलासपुर के उपमंडल स्वारघाट के अंतर्गत ग्राम पंचायत कोंडावाला में मेहनत मजदूरी करके अपना पेट पालने वाले प्रवासी मजदूर लंबे अरसे से यहां पर रह रहे हैं जिनमें छोटे-छोटे बच्चे और महिलाएं भी शामिल है वह हर रोज मेहनत मजदूरी करके अपने और अपने परिवार का पेट पाल रहे हैं लेकिन अचानक कोरोनावायरस बीमारी को को लेकर जो लॉक डाउन हुआ है की वजह से कोई अपने घर पर ही रह रहे हैं प्रवासी मजदूर चंदी कुमार और रामदयाल ने बताया की वह लोग हर रोज मेहनत मजदूरी करके अपना और अपने परिवार का पेट पाल रहे थे लेकिन अचानक कोरोना वायरस की वजह से वह घर से बाहर नहीं निकल रहे हैं वह लाक डाउन का पूरी तरह से पालन कर रहे हैं लेकिन उनके लिए घर में जो राशन था सब खत्म हो चुका है उन्होंने बताया कि वह यहां पर लगभग 13 साल से यहां पर रह रहे हैं प्रवासी मजदूरों ने बताया कि उनको रोटी के लाले पड़ गए हैं उन्होंने सरकार और किसी समाजिक संस्था से भी निवेदन किया है कि उन्हें इस दुख की घड़ी में राशन बगैरा उपलब्ध करवाए जाए गौरतलब है कि इन प्रवासी मजदूरों के पास दवाई लेने के लिए भी पैसे नहीं है उन्होंने बताया कि वह सरकार द्वारा चलाए गए लॉक डाउन का पूरी तरह से पालन करते हैं और और कोरोना बीमारी के बारे में पूरी तरह से जागरूक हैं इस दुख की घड़ी में उनकी आर्थिक तौर पर मदद की जाए