मौसम के करवट बदलते ही जिला लाहौल-स्पीति व पर्यटन नगरी मनाली की चोटियों पर बर्फ के फाहे गिरने का क्रम शुरू हो गया है। उधर, मौसम विभाग के अनुसार प्रदेश में बारिश का दौर आगामी दिनों में भी जारी रहेगा। 11 सितम्बर तक प्रदेश के अलग-अलग स्थानों पर भारी बारिश के आसार हैं।
लाहौल-स्पीति व किन्नौर को छोड़कर प्रदेश के अन्य सभी 10 जिलों में भारी बारिश का यैलो अलर्ट जारी किया गया है, ऐसे में राज्य में भूस्खलन होने की आशंका है।
रोहतांग दर्रे के दोनों ओर घाटियों में सुबह से बारिश हो रही है, जिससे सभी मार्गों पर पत्थर व मलबा गिरने से सफर जोखिम भरा हो गया है। गुलाबा से रोहतांग तक जगह-जगह भूस्खलन हुआ है लेकिन मार्ग अभी बहाल है। ग्रांफू-काजा मार्ग पर भी भूस्खलन होने से सफर जोखिम भरा है।
बारालाचा दर्रे के आसपास बर्फबारी शुरू हो गई है लेकिन वाहनों की आवाजाही अभी सुचारू है। मनाली की चोटियों पर हल्का हिमपात हुआ है, जिससे मनाली का मौसम ठंडा हो गया है। लाहौल की ओर समस्त ऊंची चोटियों पर भी बर्फबारी हुई। दूसरी ओर इन दिनों मनाली में सेब तुड़ान व लाहौल में गोभी का सीजन चल रहा है। लगातार जारी बारिश ने इन किसानों-बागवानों की भी दिक्कत बढ़ाई है। एसडीएम मनाली डाॅ. सुरेंद्र ठाकुर ने मौसम के मिजाज को देखते हुए सैलानियों से ऊंचाई वाले क्षेत्रों में न जाने का आग्रह किया है।
मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के निदेशक सुरेंद्र पाल ने बताया कि प्रदेश भर में 14 सितम्बर तक मौसम खराब रहेगा, वहीं मैदानी एवं मध्य पर्वतीय क्षेत्रों में 9, 10 व 11 सितम्बर को भारी बारिश, अंधड़ व आसमानी बिजली गिरने का यैलो अलर्ट रहेगा। उन्होंने भारी बारिश के मद्देनजर पर्यटकों व आम लोगों से घरों से बाहर निकलने पर एहतियात बरतने और नदी-नालों के किनारे न जाने का परामर्श दिया है।