कांग्रेस महासचिव यशवंत छाजटा ने कहा कि बिलासपुर में एम्स के निर्माण पूर्व मुख्यमंत्री स्व. वीरभद्र सिंह के प्रयासों से संभव हो पाया है। शिमला में पत्रकारों से अनौपचारिक बातचीत में छाजटा ने कहा कि पूर्व में जब प्रदेश में जब कांग्रेस की सरकार थी उस वक्त एम्स को बिलासपुर में बनाने के लिए जमीन चयन व अन्य सभी प्रकार की औपचारिक्ताओं को समय पर पूरा किया गया। उस वक्त केंद्र सरकार ने इसे ठंडे बस्ते में इसलिए डाला ताकि यहां पर जो शिलान्यास पट्टिका है उस पर वीरभद्र सिंह का नाम न आए। यदि उस समय इसका काम शुरू हो जाता तो तत्कालीन मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह का नाम भी शिलान्यास पट्टिका में लगा होता। उन्होंने कहा कि भाजपा की सरकार प्रदेश को कुछ नहीं देने वाली। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि रैलियों के नाम पर करोड़ों रुपए पानी की तरह बहाए जा रहे हैं।
यह प्रदेश की जनता के खून पसीने की कमाई है। छाजटा ने कहा कि प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में बेरोजगारी व मंहगाई पर कोई बात नहीं की। हिमाचल के साथ जो वायदे किए थे उस पर कुछ नहीं कहा। प्रदेश भाजपा के लोग भी इन मुद्दों पर कुछ नहीं करते। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि घोषणाओं से प्रदेश की भाजपा का अब कोई सरोकार नहीं है। बागवानों की बात नहीं की जाती। प्रदेश की जनता यह मन बना चुकी है कि बदलाव हर हाल में किया जाएगा। प्रदेश में कांग्रेस की मजबूत व स्थिर सरकार आने वाले दिनों में बनना तय है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने जनता से जो भी वायदे किए हैं उन्हें तय समय पर पूरा किया जाएगा। उन्होंने प्रधानमंत्री पर आरोप लगाते हुए कहा कि वह हिमाचल के साथ भेदभाव क रहे हैं। गुजरात जाकर बड़ी बड़ी घोषणाएं करते हैं लेकिन हिमाचल के लिए कुछ नहीं करते। उन्होंने कहा कि प्रदेश के विकास में भाजपा का कोई योगदान नहीं है। हिमाचल का हर वर्ग चाहे वह युवा हो या महिला वर्ग हो सभी केंद्र व प्रदेश की भाजपा सरकार से परेशान है।