मंडी
मंडी: हिमाचल प्रदेश ब्राहमण सभा जिला मंडी ने सरकार से मांग उठाई है कि आरक्षण का आधार केवल आर्थिक होना चाहिए। रविवार को जिला की बैठक जो जिले के धर्मपुर स्थित लोक निर्माण विभाग के विश्राम गृह में जिला प्रधान के डी शर्मा की अध्यक्षता में हुई में इस बात पर भी गुस्सा व एतराज जताया है कि सरकार ने आते ही ब्राहमण कल्याण बोर्ड को डी नोटिफाइडल कर दिया। इसे जल्द बहाल करने की मांग उठाई गई। बैठक में लिए गए निर्णयों की जानकारी देते हुए जिला महासचिव डॉ ओम राज शर्मा ने बताया कि ब्राहमण सभा का मानना है कि आर्थिक आधार पर आरक्षण देकर ही समूचे समाज का भला हो सकता है। प्रदेश व केंद्र की सरकारों को इसे गंभीरता से लेना चाहिए।
इस बैठक में पारित अन्य प्रस्तावों में सनातन धर्म का संरक्षण और संबर्द्धन व जातीय द्वेष का कम किया जाना चाहिए। गांव व पंचायत स्तर पर सप्ताह में एक बार सुंदर कांड का आयोजन करने, संस्कृत भाषण को स्कूली पाठ्यक्रम में छठी कक्षा से शुरू करके इस अनिवार्य करने की मांग भी सरकार से उठाई गई। सभा ने सुंदनगर खंड में 22 अप्रैल को यज्ञोपवीत का निशुल्क आयोजन करने, सदस्यता अभियान तेज करते हुए संगठन को मजबूत करने के अलावा गरीब कन्या के विवाह पर अनुदान व गरीब प्रतिभाव विद्यार्थियों को प्रदान करने का निर्णय लिया। सभा समाज में फैल रहे नशे के जाल को खत्म करने के लिए प्रयास करेगा व इसमें प्रशासन पुलिस का भी पूरा सहयोग किया जाएगा। आने वाले समय में ब्राहमण सभा का एक सम्मेलन भी आयेाजन किया जाएगा।
इस बैठक में ब्राहमण सभा के मुख्य संरक्षक व प्रदेशाध्यक्ष गुण प्रकाश शर्मा,संरक्षण जितेंद्र वशिष्ठ, ज्योति प्रकाश शर्मा, वरिष्ठ उपाध्यक्ष रमेश चं शर्मा, माया शर्मा, उपाध्यक्ष लेख राम शर्मा, कोषाध्यक्ष केप्टन हेत राम व सलाहकार तेज राम शर्मा विशेष तौर पर मौजूद रहे। इसके अलावा बल्ह खंड के प्रधान गोपाल शर्मा, सदर खंड के अध्यक्ष मुरारी लाल शर्मा, दं्रग खंड के अध्यक्ष राकेश शर्मा जोगिंदरनगर खंड के सचिव सुरेंद्र शर्मा व गोपाल शर्मा कथा वाचक समेत 100 लोगों ने भाग लिया।