हरियाणा के यमुनानगर में दहेज को लेकर महिला के साथ छेड़छाड़ और फिर तीन तलाक बोलकर घर से निकालने का मामला सामने आया है. शादी के महज 3 महीने बाद ही महिला के साथ उसके रिश्ते के एक देवर छेड़छाड़ की कोशिश और इज्जत पर हाथ डालना चाहा. महिला ने जब इसका विरोध किया, तो उसके पति तीन तलाक बोलकर घर से निकाल दिया. महिला कानून की छात्रा है, उसकी शिकायत पर पुलिस ने पति, सास, ननद और देवर के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है. महिला का आरोप है कि दहेज को लेकर ससुराल में उसे प्रताड़ना दी गई. भूखा-प्यासा रखकर एक कमरे में बंद कर दिया गया.
यमुनानगर के गांव मंडोली की रहने वाले सायरा (काल्पनिक नाम) के अब्बू छोटे से जमींदार है और खुद ही किसानी करते हैं. सायरा एलएलबी कर रही है, तो उसका भाई इंजीनियरिंग कर रहा है. इसी साल 29 फरवरी को सायरा की शादी हिमाचल प्रदेश के जिला सिरमौर में कर दी गई. मगर आरोप है कि शादी के कुछ दिन बाद से ही उसके ससुराल वाले उसे कम दहेज लाने के ताने देने लगे. पिता ने दहेज में बेटी को अल्टो कार दी थी, मगर ससुराल वालों को बड़ी कार स्विफ्ट डिजायर चाहिए थी. सायरा की मानें तो उसके पति के साथ सास-ससुर और ननद सभी मिलकर उसे अपने अब्बू के घर से 2 लाख रुपए लाने का दबाव बनाने लगे.
बेटी के साथ ससुराल में जुल्म की बात सुनने के बाद लाचार पिता ने ससुराल वालों को 2 लाख रुपए दे दिए. कुछ दिनों तक तो सब ठीक रहा, मगर फिर से ससुराल वालों ने सायरा पर सितम ढाहने शुरू कर दिए. सायरा ने बताया कि उसे घर के एक कमरे में कैद कर दिया गया, भूखा-प्यासा रखा गया, बीमार हुई तो दवा भी नहीं दिलाई गई. ऐसी हालत में भी शारीरिक यातनाओं के साथ मानसिक टॉर्चर करने के लिए ननद ने ताने देने शुरू कर दिए कि कार अभी भी छोटी है, उसे भी सोने की चेन चाहिए.