कोरोना संकट के बीच सेब बागवानों के बगीचों में वूली एफिड रोग का कहर देखने को मिल रहा है। यह बीमारी सेब में बढ़ रही है ओर इसे लेकर बागवानओ में चिंता बढ़ती नजर आ रही है। बता दे बरसात शुरू होने के बाद इस बीमारी के अधिक फैलने का अंदेशा है।
बागवान रविंदर चौहान, प्रवेश सिंह, दिनेश शर्मा, मोहन लाल का कहना है कि कोरोना महामारी कि वजह से पहले ही मुश्किले बढ़ गई है वहीं अब इस बीमारी से हम सेब बागवानों को बड़ा नुक्सान झेलना पड़ेगा। वूली एफिड में सेब के पत्तों व तने में सफेद रंग की रूई लग रही है। इसके बाद यह कीट पत्तों को चट कर रहे हैं।
समय से पहले पत्ते गायब होने से पौधा कमजोर होगा। इसका असर सेब की गुणवत्ता और उसके रंग पर पड़ेगा। बताया जा रहा है कि बंजार में तीर्थन घाटी के कई क्षेत्रों में वूली एफिड रोग का असर बगीचों में देखने को मिल रहा है।
उधर, विषयवाद विशेषज्ञ रामनाथ ठाकुर ने कहा कि जिन बागवानों ने विभाग द्वारा समयसारिणी के अनुसार दवाइयों का छिड़काव किया है। वहां बीमारियों का असर नहीं होगा।