ऊना, 24 मई
हिमाचल के उना के उपमंडल गाना की शैली पीठ में जंगल की आग बुझाते समय झुलसे वनरक्षक राजेश कुमार की सोमवार देर रात पीजीआई में देहांत हो गया। बता वन संपदा को बचाने के लिए जान जोखिम में डालने से राजेश कुमार का 90% शरीर आग से झुलस गया था।
उनके निधन की जानकारी वन मंडल अधिकारी मृत्युंजय माधव ने दी। वनरक्षक राजेश की मौत के चलते पूरे जिला में शोक का माहौल है। राजेश के निधन पर कृषि मंत्री वीरेंद्र कमल ने भी शोक व्यक्त किया है।
बता दें कि 20 मई शुक्रवार को वनरक्षक राजेश रामगढ़ धार रेंज में सैली बीट जंगल में लगी आग को बुझाते समय बुरी तरह से झुलस गए थे। हालत गंभीर होने पर उन्हें ऊना के क्षेत्रीय अस्पताल में लाया गया। प्राथमिक उपचार के बाद पीजीआई चंडीगढ़ रेफर किया गया था। जहां पर उपचार के दौरान सोमवार रात्रि को पीजीआई में वनरक्षक राजेश कुमार ने दम तोड़ दिया।
गौरतलब है कि ऊना के गांव बढ़ोली के रहने वाले राजेश कुमार 28 साल की सेवा के बाद इसी साल जनवरी में वनरक्षक के पद के लिए चयनित हुए थे। इससे पहले वह विभाग में 15 वर्ष तक डिस्पैचर के पद पर रहे। राजेश मध्यम वर्गीय परिवार से संबंध रखते थे। परिवार में पत्नी के अलावा एक बेटा व एक बेटी हैं।