हिमाचल प्रदेश में मिनी विधानसभा चुनाव कहे जाने वाले पंचायत एवं नगर निकाय चुनाव का जल्द शंकनाथ बज सकता है. दिसंबर के अंतिम सप्ताह या जनवरी के पहले सप्ताह में चुनाव हो सकते है।
पंचायत चुनावों के लिए आरक्षण का रोस्टर 30 नवंबर तक जारी होगा. पंचायती राज एवं ग्रामीण विकास मंत्री वीरेंद्र कंवर ने इसकी पुष्टि की है।
हिमाचल में हर पंचायत चुनाव को विधानसभा चुनाव की तरह गर्मजोशी के साथ लड़ा जाता है। राजनैतिक दल भी कोशिश करते हैं कि उनके विचारधारा के ज्यादा से ज्यादा प्रत्याशी जीतकर आएं. खासकर जिला परिषद चुनाव और बीडीसी चुनाव में स्थानीय विधायकों की साख दांव पर होती है, जितने ज्यादा जिला परिषद सदस्य और बीडीसी सदस्य जीतकर आएंगे तो उनके मतों से ही जिला परिषद अध्यक्ष और बीडीसी अध्यक्ष-उपाध्यक्ष का चुनाव होता है।बेशक जिला परिषद के चुनाव पार्टी चिन्ह पर नहीं होते हैं लेकिन भाजपा-कांग्रेस और सीपीआईएम अपने-अपने उम्मीदवार चुनाव मैदान में उतारती है।