हिमाचल कर्मचारी चयन आयोग में पेपर लीक मामला में हर दिन नए मोड़ देखने को मिल रहे है। इस मामले में अब प्रदेश सरकार अतिम रिपोर्ट आने का इंतज़ार कर रही है। पिछले 2साल के पेपर लीक हुए हैं। कई लोगो ने लाखो खिलाकर नौकरी हासिल की है। ऐसे कर्मचारियो को बाहर करने वाली है।
सूत्रों के अनुसार सरकार बड़ी कारवाई की तयारी में है।सीएम ने सख्त कार्रवाई करने के साफ संकेत दिए हैं। इस केस की निगरानी एडीजीपी विजिलैंस सतवंत अटवाल खुद कर रही है।
संदेह है कि कई भर्तियों के पेपर बेचे गए हैं। जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ रही है वैसे-वैसे नए खुलासे हो रहे हैं। जांच एजैंसी मामले की तह तक जाएगी। जांच में एक के बाद एक कड़ियां जोड़ी जा रही हैं।
जेओए आईटी पेपर लीक मामले में पुलिस की केस प्रॉपर्टी ओएमआर शीटें, लैपटॉप, कम्प्यूटर, पैन ड्राइव, हार्डडिस्क आदि का फोरैंसिक परीक्षण हो रहा है। इनकी रिपोर्ट जैसे ही तैयार हो रही है क्षेत्रीय फोरैंसिक साइंस प्रयोगशाला धर्मशाला इसे विजीलैंस को भेज रहा है। अभी कुछ रिपोर्ट आनी बाकी है।
सूत्रों के अनुसार 20 से अधिक परीक्षाओं के पेपर लीक होने का संदेह जताया गया। इसके बाद भी शिकायतें आनी जारी रहीं। जिन परीक्षाओं पर सवाल उठे हैं उनमें निम्र प्रमुख हैं।
सहायक अधीक्षक जेल परीक्षा
जेल वैल्फेयर ऑफिसर
होस्टल वार्डन
सहायक खनन निरीक्षक
स्टोर कीपर
ट्रैफिक इंस्पैक्टर
जेई सिविल
भाषा अध्यापक