शिमला
हिमाचल की राजधानी शिमला में माल रोड में स्थित पुलिस कंट्रोल रूम से महज 100 मीटर की दूरी पर घर में चोरी का मामला सामने आया है। शिमला के माल रोड पर 24 घंटे पुलिस का कड़ा पहरा रहता है। शातिर ने इसकी परवाह किए बगैर घर का ताला तोड़ा और घर के अंदर घुसा।
जिस गेट का ताला तोड़ा उसके ठीक ऊपर सीसीटीवी कैमरा लगा हुआ है। चोरी की घटना को अंजाम देने आए शातिर ने सिर में हैलमेट और हाथों में दस्ताने पहने हुए थे। पूरी प्लानिंग से इस चोरी की घटना को अंजाम दिया गया।
हालांकि अभी तक यह पता नहीं लग पाया है कि घर से चोरी क्या सामान हुआ है। सूत्रों के अनुसार मॉलरोड़ पर स्थित नाथू राम एंड सन्स की कपड़ों की दुकान है। इन दिनों दुकान पर विंटर ब्रेक का बोर्ड लगा है। इसमें लिखा है कि दुकान 20 फरवरी को खुलेगी। दुकान का मालिक परिवार के साथ दिल्ली गया हुआ है।
दुकान खोलने गया तो पता लगा ताला टूटा हुआ है
दुकान के साथ ज्वैलरी दुकान का मालिक सुबह जब दुकान खोलने आया तो उसने देखा की उनकी दुकान के ऊपर नाथू राम एंड सन्स के घर को जाने वाले गेट का ताला टूटा हुआ है। उन्होंने इसकी सूचना दुकान के मालिक को फोन पर दी। मालिक ने कहा कि वह इस को लेकर पुलिस में शिकायत करवाएं। वह दिल्ली से वापिस आ जाएगा।
मॉल रोड़ से होते हुए दुकान के पास पहुंचा था
पुलिस ने शिकायत के आधार पर मौके का मुआयना किया। मालिक के लौटने के बाद ही इसकी शिनाख्त हो पाएगी कि घर से क्या सामान चोरी हुआ है। पहले ताला तोड़ा, 4 घंटे बाद वापिस निकल कर मिडल बाजार की तरफ गयाशातिर ने चोरी की इस घटना को बेखौफ तरीके से अंजाम दिया है। शातिर मॉल रोड़ से होते हुए दुकान के पास पहुंचा।
मुंह छुपाने के लिए पहना था हेलमेट
मुंह छुपाने के लिए उसने हैलमेट पहना था, हाथों के निशान न मिले इसके लिए दस्ताने पहने हुए थे। उसने बैग से एक छड़ी निकाली और कुंडा तोड़ा। इसके बाद वह अंदर घुसा और दरवाजा अंदर से बंद कर दिया। 4 घंटे बाद वह वापिस निकला और दरवाजा उसी तरह बंद कर कुंडे को ऐसे तरीके से बंद किया ताकि यह न लगे कि यहां पर चोरी हुई है।
मॉल रोड पर 24 घंटे रहता है पुलिस का पहरा
दुकान से चार कदम दूरी पर मिडल बाजार को रास्ता जाता है यह वापिस वहीं से लौटा। पुलिस कार्यप्रणाली पर उठे सवाल इस घटना ने पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर दिए हैं। चोरी की यह घटना मॉल रोड पर पेश आई है जहां पर 24 घंटे पुलिस का पहरा रहता है और जगह जगह पर सीसीटीवी कैमरे लगे हुए थे। रिपोर्टिंग रूम में भी इसकी फुटेज दिखती है बावजूद इसके पुलिस को इसका पता ही नहीं चला।