बिलासपुर और सोलन जिला की लाइफ लाइन कही जाने वाली पीएचसी स्वारघाट की 108 एंबुलेंस की हालत कितनी खराब हो चुकी है इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि इस एम्बुलेंस की बीच रास्ते में ही लाइटे जवाब दे जाती है । शनिवार देर रात भी ऐसा ही हुआ जब एम्बुलेंस एक गर्भवती महिला को लाने के लिए जा रही थी तो बीच रास्ते में इसकी लाइटे बंद हो गई हालांकि 108 कर्मचारियों ने होंसला दिखाते हुए बारिश के बीच मोबाइल टोर्च की रोशनी में ही महिला की एम्बुलेंस में सफल डिलीवरी करवाई |
महिला ने स्वस्थ बेटी को जन्म दिया है | जच्चा-बच्चा दोनों स्वस्थ हैं। बता दें कि स्वारघाट की 108 एम्बुलेंस खटारा बन चुकी है और इसमें स्टाफ और मरीज दोनों की जान को खतरा है।
शनिवार देर रात अंजूबाला (28) पत्नी दिनेश कुमार गाँव मंझेड डाकघर कुटैहला तहसील श्री नैना देवी जी जिला बिलासपुर हिमाचल प्रदेश के अचानक तेज प्रसव पीड़ा शुरू हुई जिसके बाद परिजनों ने 108 पर फ़ोन कर अस्पताल जाने के लिए एम्बुलेंस की डिमांड की जिसके बाद पीएचसी स्वारघाट की एम्बुलेंस के 108 कर्मी ईएमटी चन्दन कुमार और पायलट कमलजीत सिंह चौहान मझेड की तरफ जाने लगे तो रास्ते में एम्बुलेंस की लाइटे बंद हो गई | 108 कर्मियों ने किसी तरह मोबाइल टोर्च से एम्बुलेंस को पहुँचाया | इसी दौरान महिला अंजूबाला की प्रसव पीड़ा तेज हो गई और 108 कर्मियों ने आनन-फानन में एम्बुलेंस में मोबाइल टोर्च की रोशनी में महिला की सफल डिलीवरी करवा दी |
108 के जिला बिलासपुर प्रभारी ईएमई राहुल कुमार ने बताया कि शनिवार को स्वारघाट की 108 एम्बुलेंस की ब्रेकडाउन हुई है | कर्फ्यू के चलते सभी वर्कशॉप बंद है जिसके चलते इसकी रिपेयर का काम नहीं हो पा रहा है | अब इमरजेंसी में बिलासपुर से एम्बुल