हिमाचल प्रदेश में बारिश का सिलसिला जारी है। लगातार हो रही बारिश के कारण नदियों का जलस्तर भी तेजी से बढ़ने लगा है। सतलुज, ब्यास और रावी तथा इनकी सहायक नदियां उफान पर हैं। भारी बारिश के कारण राज्य के विभिन्न बांधों में पानी की आवक शुरू हो गई है। इसके चलते 11 बांधों के गेट खोलकर पानी की निकासी की जा रही है। प्रदेश में छोटे-बड़े कुल 21 बांध हैं।
राज्य आपदा प्रबंधन प्रकोष्ठ से मिली जानकारी के अनुसार गुरूवार को चमेरा-दो, चमेरा-एक, कोल डैम, नाथपा, सैंज बैरेज, कच्छम, कुप्पा बैरेज, मनाला-दो, मनाला-एक, बुधिल और छांजू-एक बांधों के गेट खोलकर लगभग 1077 क्यूसिक पानी की निकासी की गई। सतुलज जल विद्युत निगम के नाथपा बांध से सबसे ज्यादा 454 क्यूसिक वहीं कड़च्छम बांध से 326 क्यूसिक पानी छोड़ा गया है।
मौसम विभाग ने 23, 25 व 26 जुलाई को मैदानी व मध्य पर्वतीय क्षेत्रों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। 26 जुलाई को भारी से बहुत भारी बारिश के ऑरेंज अलर्ट जारी हुआ है। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के निदेशक सुरेंद्र पाल ने बताया कि राज्य में मानसून की सक्रियता से बारिश का दौर जारी है। उन्होंने कहा कि 28 अगस्त तक पूरे प्रदेश में मौसम के खराब बने रहने के आसार हैं।
उन्होंने कहा कि बीते 24 घंटों के दौरान नाहन में 80, पांवटा साहिब में 39, जतौन बैरेज में 27, सराहन में 25, नारकंडा में 23, कसौली में 20 और कुफरी व राजगढ़ में 17 मिमी बारिश दर्ज की गई। राजधानी शिमला में गुरूवार दिन भर रूक-रूक कर वर्षा का दौर जारी रहा। इस कारण यहां का मौसम ठंडा हो गया है। यहां गुरुवार सुबह आठ बजे से शाम पांच बजे तक 23 मिमी बारिश दर्ज हुई है। जबकि शिमला से सटे कुफरी में 55 मिमी बारिश हुई।