16 दिन की छुट्टियों पर आए एनआरआई परिवार का 6 महीने 12 दिन बाद वापिस जाना संभव हो गया। धर्मपुर उपमंडल के तहत आने वाली ग्राम पंचायत सज्जाओपिपलू के कौहण गांव निवासी एनआरआई नलिन शर्मा चीन की एक कंपनी के बतौर जनरल मैनेजर कार्यरत हैं। इनकी पत्नी डिम्पल शर्मा और बेटा अक्षत भी इनके साथ चीन में ही रहते हैं। पत्नी डिम्पल शर्मा भी वहां इसी कंपनी में कार्यरत हैं। बीते 15 वर्षों से यह परिवार चीन के जिग्यांसू राज्य के छांगजो शहर में रह रहा है। हर वर्ष वार्षिक छुट्टियों के दौरान यह परिवार अपने पैतृक घर आता है। इस बार भी यह परिवार 24 जनवरी को यहां आया और 8 फरवरी को वापिस जाना था लेकिन कोरोना वायरस ने वापसी की राह रोक दी। नलिन शर्मा बार-बार चीन वापिस जाने का प्रयास करते रहे लेकिन हवाई सेवाएं बाधित होने के कारण नहीं जा सके। अब बंदे भारत मिशन के तहत इस परिवार का वापिस चीन जाना संभव हो गया। 28 जुलाई को यह परिवार अपने गांव से दिल्ली रवाना हुआ और वहां पर सारी औपचारिकताएं पूरी करने के बाद 5 अगस्त की रात को दिल्ली से चीन के लिए उड़ान भरी। नलिन शर्मा के भाई उमेश शर्मा ने बताया कि उनका भाई, भावी और भतीजा 6 अगस्त को चीन के ग्वांग्जो शहर पहुंच गए हैं।
और यहां पर इन्हें 14 दिनों के लिए क्वारंटाइन में रखा गया है। उसके बाद यह अपने कार्यस्थल पर जाकर अपना कार्य शुरू करेंगे। भाई ने बताया कि कोरोना काल में बच्चों के वापिस चीन जाने की उन्हें चिंता तो है लेकिन यह मजबूरी ही है कि उनका वहां वापिस जाना जरूरी था। बच्चे की पढ़ाई और कारोबार पर विपरित प्रभाव पड़ रहा था। उन्होंने बताया कि वह रोजाना अपने परिवार से फोन पर बात करके उनका हालचाल जान रहे हैं।