शिमला
हिमाचल प्रदेश के इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ है की प्रदेश के दो मंत्री शपथ लेने के बाद एक महीने से बिना विभाग के घूम रहे है । बता दे राजेश धर्माणी और यादवेंद्र गोमा ने 12 दिसंबर को मंत्रिपद की शपथ ली, लेकिन मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने अभी तक उन्हें पोर्टफोलियो नहीं दिए। विडम्बना यह है की दोनों मंत्री पिछले 4 हफ्तों में बीच-बीच में कई बार सचिवालय आए, लेकिन उनके पास करने के लिए कोई काम ही नहीं है।
राजेश धर्माणी ने बिलासपुर जिले की घुमारवीं से सीट जीती है , जबकि यादवेंदर गोमा काँगड़ा जिले के जयसिंहपुर सीट से जीते है। मंत्रिपद मिलने के बाद जहाँ दोनों ही अपने अपने इलाकों में लोगो के बीच जा रहे है पर विभाग ना मिलने से दोनों के समर्थक कांग्रेस सरकार से नाराज लग रहे है ।
जब दोनों मंत्रियो से पूछा गया की कब तक सुक्खु सरकार आपको मंत्री पद दे रही है तब दोनों ही चुप हो जाते है । मुख्यमंत्री द्वारा पोर्टफोलियो नहीं दिए जाने से सियासी गलियारियो में भी कई तरह की चर्चा हो रही है।
दोनों ही मंत्रियों को दफ्तर, बांग्ला और गाड़ी तो मिली पर विभाग नहीं मिले पर सूत्रों की माने तो जल्द ही दोनों मंत्रियो को विभाग मिल जाएंगे ।
सूत्रों के अनुसार मुख्य्मंत्री दिल्ली में कांग्रेस के राष्टीय अध्यक्ष से मुलकात करेंगे और मंत्रियो के विभागों पर भी चर्चा करेंगे । इसी दौरान कुछ मंत्रियो के विभागों में बदलाव पर भी चर्चा हो सकती है ।