30 जनवरी
बिलासपुर, सुभाष चंदेल
अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सदस्य व पूर्व मंत्री व विधायक श्री नयना देवी जी विधानसभा क्षेत्र राम लाल ठाकुर ने कहा कि 30 जनवरी के दिन देश के लिए बलिदान दिवस के रूप में मनाया जाता है।
इसका भारत के इतिहास में एक खास महत्व है इस दिन देश मे धर्मनिपेक्षता के रक्षक और देश को एकसूत्र में बांधने वाले महात्मा गांधी ने अपने प्राणों की आहुति देकर देश को दिलाई गई आज़ादी की कीमत चुकाई थी। इस महान आत्मा की आज पुण्यतिथि हमे कई संदेश देती है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी 2 अक्टूबर 1869 को पैदा हुए और उनके कार्यों और विचारों ने आजाद भारत को आकार देने में बड़ी भूमिका निभाई है। उनकी सादगी और विनम्रता के लोग आज भी कायल है। वर्ष 1869 को मोहनदास करमचंद गांधी का जन्म गुजरात के पोरबंदर में हुआ था। देश की आजादी में महत्वपूर्ण योगदान देने वाले इस संत ने अपनी नि:स्वार्थ भावना और हथियार उठाए बिना अंग्रेजों को देश से खदेड़ बाहर किया था। स्वतंत्रता आंदोलन के प्रमुख होने के साथ साथ गांधी जी ने सामाजिक सुधारो के माध्यम से आज़ादी की लड़ाई को दिशा दी थी। अपनी सादगी नारे के साथ साथ गांधी जी जन जन में लोकप्रिय हुए। वर्ष 1969 को गांधी जी के नवजीवन कार्यालय को एक सार्वजनिक न्यास भारत सरकार ने बनवाया था। राम लाल ठाकुर ने कहा कि वर्ष 1971 में बिरला सदन को भारत के राष्ट्रपति ने देश को समर्पित किया। जहां पर देश की विघटन कारी ताकतों ने महात्मा गांधी की हत्या इसी भवन 30 जनवरी 1948 में की थी और जिसका नाम बदलकर गांधी सदन कर दिया गया। राम लाल ठाकुर ने कहा कि इसी बड़े दुर्भाग्यपूर्ण बात है कि आज देश को जिस गांधी जी ने एक सूत्र में संजोया था वहाँ पर विघटनकारी ताकतों का प्रभाव बढ़ता जा रहा जो देश के लिए घातक है।