मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने कहा कि अगले 60 दिनों में भर्ती प्रक्रिया में पारदर्शिता लाई जाएगी। जेओए आईटी पेपर लीक मामले पर सीएम ने मंगलवार को शिमला में पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि 12 दिसंबर को एक बैठक बुलाई थी। पुलिस अधिकारियों को कहा था कि इस तरह के मामलों पर नजर रखें। पुलिस अधिकारियों ने जाल बिछाया और मामले को पकड़ा सुक्खू ने कहा कि कांग्रेस ने युवाओं को विश्वास जताया था कि जितने भी घोटाले नौकरियों से संबंधित हो रहे हैं उन्हें सामने लाया जाएगा। इस पर हमारी सरकार ने काम शुरू किया है।
आरोपी महिला कर्मचारी के घर से जूनियर ऑडिटर भर्ती के प्रश्नपत्रों के तीन सेट भी मिले जिसकी परीक्षा की तिथि घोषित नहीं हुई थी, 1 जनवरी 2023 को प्रस्तावित कंप्यूटर ऑपरेटर भर्ती परीक्षा का प्रश्नपत्र भी लीक हो चुका था। इसके अलावा 6.40 लाख रुपये आरोपी महिला कर्मी के घर से मिले। जो भी अधीनस्थ सेवाएं चयन बोर्ड के अधिकारी थे, उनका ब्योरा मांगा गया है। इस दृष्टि से एक एसआईटी का गठन किया गया है। कर्मचारी चयन आयोग की ओर से चल रही या होने वाली भर्तियों को फिलहाल रोक दिया। आगे की भर्ती परीक्षाएं कैसे पारदर्शिता से करवाई जाए, सरकार इस पर अध्ययन कर रही है। हमारी सरकार का दृष्टिकोण साफ कि मेरिट को इग्नोर न किया जाए।