Shimla, 20February
शिक्षा विभाग में करीब 8000पद भरे जाएंगे। दरअसल कांग्रेस की एक लाख सरकारी रोजगार की गारंटी को पूरा करने के लिए बनाई गई कैबिनेट सब कमेटी ने सभी विभागों से भरे जाने वाले पदों की संख्या मांगी थी। इसके जवाब में प्रारंभिक शिक्षा विभाग ने अपनी वैकेंसी बता दी है।
हालांकि अभी उच्च शिक्षा विभाग का डाटा आना बाकी है। दोनों विभागों को 25 दिसंबर, 2022 की स्थिति के अनुसार आंकड़े देने को कहा गया था । शिक्षा विभाग की समीक्षा बैठक के बाद भी शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने कहा था कि सबसे पहले भर्तियां करेंगे।
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू भी कह चुके हैं कि अप्रैल के महीने से भर्तियों की शुरुआत हो जाएगी और कहा है की मार्च महीने में हमीरपुर कमीशन पर भी फैसला आ जाएगा।
सरकार को भेजा गया डाटा के अनुसार 4000पद शिक्षा विभाग में भरे जाएंगे। जबकि अप्रूवल के लिए 2462 अभी भेजे गए है।
टीजीटी में आट्र्स के 1159, नॉन मेडिकल के 831 और मेडिकल के 472 पद हैं। उच्च शिक्षा विभाग में भी स्कूल लेक्चरर न्यू के 471 पदों की भर्ती का मामला लोक सेवा आयोग ने तकनीकी कारणों से लौटा दिया था। इस क्वेरी का जवाब देते हुए केस दोबारा आयोग को भेज दिया है, लेकिन इस कैटेगरी में भी अभी कुछ और पद जोड़े जाने हैं। 12 दिसंबर, 2022 के फैसले के अनुसार नई सरकार ने स्वायत्त विश्वविद्यालयों में भी हो रही भर्तियों को रोक दिया था। उनके पद भी अभी इसमें जोड़े जाने बाकी हैं। इसलिए कुल आंकड़ा 8000 के आसपास बनेगा। इसमें बैचवाइज भर्ती भी शामिल है।
ये हैं भर्तियां
टीजीटी 2462
जेबीटी 2521
शास्त्री 494
ड्राइंग मास्टर 285
हायर एजुकेशन 1870
प्रस्तावित भर्तियों के बावजूद राज्य सरकारों से जेबीटी, कला अध्यापक और स्कूल लेक्चरर इन्फार्मेशन प्रैक्टिस के डिप्लोमा या डिग्रीधारक नाराज हैं। वजह यह है कि जेबीटी भर्तियों का मामला लंबे समय तक कोर्ट में उलझा रहा। 2021 में भेजी गई 810 पदों को भरने की अप्रूवल भी ऐसे ही पड़ी है। दूसरी तरफ कला अध्यापक लंबे समय से भर्तियां न होने के कारण परेशान हैं। स्कूल लेक्चरर इन्फॉर्मेशन प्रैक्टिस के मामले में कोर्ट में केस है और पांच साल से लटका हुआ है।