राणा ने विधानसभा में जेजेएम में सुजानपुर की अनदेखी को लेकर उठाया था मामला
हमीरपुर 9 अप्रैल
सुजानपुर क्षेत्र की विभिन्न पेयजल योजनाओं के लिए 63 करोड़ 28 लाख 61 हजार रुपए के बजट की प्रशासनिक मंजूरी जल शक्ति मंत्रालय से मिली है। यह जानकारी सुजानपुर के विधायक राजेंद्र राणा ने दी है। राणा ने बताया कि विधानसभा सत्र के दौरान जल जीवन मिशन में सुजानपुर की अनदेखी का मामला उठाया था। जिस पर जवाब देते हुए जल शक्ति मंत्री महेंद्र सिंह ने आश्वासन दिया था कि सुजानपुर में जल जीवन मिशन के बजट की जांच की जाएगी और अनदेखी हुई होगी तो सुजानपुर को उसका अधिकार मिलेगा। जिसका नतीजा यह हुआ है कि अब सरकार ने विभिन्न पेयजल योजनाओं के लिए 63 करोड़ 28 लाख 61 हजार रुपए के बजट की प्रशासनिक मंजूरी दी है।
राणा ने विधानसभा सत्र में अपने प्रश्न में यह जानना चाहा था कि जल शक्ति विभाग की ओर से जल जीवन मिशन के तहत किस-किस विधानसभा को कितना-कितना बजट मिला है। जिस पर कार्रवाई करते हुए अब जल शक्ति विभाग ने सुजानपुर में पेयजल योजनाओं को 63 करोड़ 28 लाख 61 हजार रुपए की प्रशासनिक मंजूरी दे दी है। जिस पर जल्द ही बजट आने के बाद क्षेत्र को पेयजल की समस्या से निजात मिलने की उम्मीद जगी है। राणा ने बताया कि लगवालती-बमसन पेयजल योजना के संबद्र्धन के लिए 22 करोड़ 97 लाख 76 हजार रुपए, चौकी-छबोट-अमरोह पेयजल योजना के लिए 29 करोड़ 83 लाख 50 हजार रुपए, बीड़ बगेहड़ा, जोल पेयजल योजना के लिए 6 करोड़ 39 लाख 92 हजार रुपए व खैरी-जंगल पेयजल योजना के लिए 4 करोड़ 7 लाख 43 हजार रुपए की प्रशासनिक मंजूरी मिली है। राणा ने सरकार के इस कदम का स्वागत करते हुए कहा कि प्रशासनिक मंजूरी के बाद अब जल्द ही क्षेत्र की विभिन्न पेयजल योजनाओं को बजट जारी होने के बाद काफी हद तक ग्रामीण क्षेत्रों को पेयजल योजना से निजात मिलेगी। राणा ने कहा कि इस मामले को लेकर उन्होंने व्यक्तिगत तौर पर जलशक्ति मंत्री महेंद्र सिंह से मुलाकात की थी। जिसमें जलशक्ति मंत्री ने उन्हें शीघ्र ही इन योजनाओं के लिए बजट जारी करने का आश्वासन भी दिया है। राणा ने कहा कि इस सब के बावजूद खेदजनक यह है कि सुजानपुर क्षेत्र के काफी सारे काम जो कि करीब-करीब पूरे हो चुके हैं के लोकार्पण का मामला महज इस खुन्नस में लटकाया जा रहा है कि उन योजनाओं के शिलान्यास पट्टिकाओं पर पूर्व मुख्यमंत्री राजा वीरभद्र सिंह व राजेंद्र राणा का नाम है। जो कि क्षेत्र के चंद बीजेपी नेताओं की मंडली को बर्दाश्त नहीं हो पा रहा है।