सुख की सरकार भ्रष्टाचार की सारी सीमाएं लाँघ चुकी है। हर मामले में मुख्यमंत्री कार्यालय की संलिप्तता सामने आ रही है।
इसी महीनें काला अंब में ‘त्रिलोक संस ब्रेवरीज एंड डिस्टलरीज़’ में आबकारी विभाग ने छापा मारा और 3.95 लाख से ज़्यादा अंग्रेजी शराब के लेबल मिले। हज़ारों लीटर शराब बनाने का सामान मिला। लेकिन इस मामले में एफ़आईआर भी नहीं हुई। क्योंकि सीएम ऑफिस से एफ़आईआर न करने का दबाव था।
आज ही स्वारघाट में आलू ढोने वाले ट्रक में शराब की 580 पेटी बरामद हुई है। इन सबके पीछे कौन हैं? प्रदेश के लोग यह जानना चाहते हैं।