भारत की आजादी का अमृत महोत्सव के अवसर पर हिमाचल प्रदेश लोक निर्माण विभाग वृत-4 शिमला द्वारा आज विश्राम गृह तारादेवी में प्रधान मंत्री ग्राम सड़क योजना के अन्तर्गत एक दिवसीय ग्रामीण सड़क कार्यशाला का आयोजन किया गया, जिसमें मुख्यातिथि के रूप में हिमाचल प्रदेश कैलाश फैडरेशन के अध्यक्ष रवि मेहता शामिल हुए।
इस अवसर पर रवि मेहता ने आजादी के महोत्सव अवसर पर प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत विभिन्न जानकारियां शिमला ग्रामीण के पंचायत प्रतिनिधियों व ग्रामीणों को उपलब्ध करवाने के लिए लोक निर्माण विभाग का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपयी की दूर दृष्टि व राष्ट्र निर्माण के संकल्प को चरितार्थ करते हुए दिसम्बर 2000 में प्रधान मंत्री ग्राम सड़क योजना का शुभारम्भ किया और 2001 की जनगणना को आधार मानते हुए देशभर में सबसे पहले 500 की आबादी वाले गावों को सड़क सुविधा से जोड़ने का लक्ष्य निर्धारित किया और उसे पूर्ण करने के उपरान्त 250 की आबादी वाले गांवों को सड़क सुविधा से जोड़ा गया।
उन्होंने कहा कि तत्कालीन प्रधानमंत्री द्वारा लिए गए निर्णय से वर्तमान में लगभग हर छोटे-बड़े गांव को सड़क सुविधा से जोड़ दिया गया है। उन्होंने कहा कि पीएमजीएसवीई योजना के तहत अच्छी बात यह है कि इसके अधीन बनी सड़कों के पांच साल तक रखरखाव की जिम्मेवारी भी ठेकेदार की ही होती है और निर्माणाधीन कार्यो की माॅनीटरिंग भी केन्द्र सरकार के मंत्रालय द्वारा आॅनलाईन की जाती है।
उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार व प्रदेश सरकार द्वारा हर वर्ग के कल्याण के लिए चलाई गई विभिन्न योजनाओं का लाभ अब सीधे लोगों को मिल रहा है, जिसका श्रेय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी तथा प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम के कुशल नेतृत्व को जाता है।
अधीक्षण अभियन्ता लोक निर्माण विभाग वृत-4 सुरेश कपूर ने मुख्य अतिथि का स्वागत करते हुए जानकारी दी कि आजादी का महोत्सव अवसर पर प्रदेश के सभी जिला में प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत 23 अगस्त से 25 अगस्त तक कार्यशालाओं का आयोजन कर लोगों को योजना से सम्बन्धित विस्तृत जानकारियां उपलब्ध करवाई जा रही है। उन्होंने कहा कि पिछले बीस वर्षो के दौरान देशभर में प्रधान मंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत पांच लाख किलोमीटर सड़कों का निर्माण किया गया है, जिसमें से हिमाचल में 36 हजार किलोमीटर सड़कों का विस्तार किया गया है। उन्होंने कहा कि जिला शिमला में वर्तमान तक एक हजार 71 करोड़ खर्च कर लगभग तीन हजार किलोमीटर सड़कों का विस्तार कर 325 गांवों को सडक सुविधा उपलब्ध करवाई गई है ।
कार्यशाला में सहायक अभियन्ता लोक निर्माण विभाग भावेश कुमार ने प्रधान मंत्री ग्राम सड़क योजना के तीनों चरणों में किए गए कार्यो, जारी कार्यो तथा होने वाले कायों सहित सड़क निर्माण के लिए मापदण्डों व औपचारिकताओं की विस्तार से जानकारी दी।
सहायक अभियन्ता डीके नाग ने प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तृतीय चरण बारे जानकारी देते हुए बताया कि वल्र्ड बैंक द्वारा भी इस योजना के क्रियान्वयन को सराहा गया है और उनके सुझाव से सड़क निर्माण से होने वाले पर्यावरण के नुकसान की पूर्ति व पर्यावरण संरक्षण पर कार्य किया गया है। उन्होंने कहा कि पीएमजीवाईएस के तहत बनने वाली सड़कों को जीआईएस के सर्वे के आधार व मापदण्ड को पूर्ण करने पर ही प्राकलन तैयार किया जाएगा और सड़क निर्माण होगा।
कार्यशाला में मुख्य अतिथि द्वारा प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत निर्मित हो रही शोघी-गोरो-कनौन सम्पर्क सड़क निर्माण के लिए दो बीघा जमीन दान देने वाले पजैल गांव के प्रदीप कुमार को भी सम्मानित किया गया ।
इस अवसर पर अधीक्षण अभियन्ता पीएमजीएसवाई राजीव शर्मा, अधीशासी अभियन्ता लो.नि.वि. धामी वृत मान सिंह, अधिशासी अभियन्ता बागवानी इं0 रवी, भाजपा मण्डलाध्यक्ष दिनेश ठाकुर, पंचायत समिति टुटू की अध्यक्षा अनुराधा शर्मा, जिला परिषद की सदस्य संतोष शर्मा व प्रभा वर्मा, पंचायत समिति सदस्य आशा, सीता व प्रमोद शर्मा, महिला मोर्चा अध्यक्षा बॉबी बंसल, सहायक अभियन्ता लोनिवि धामी सर्कल नवीन कौण्डल सहित आसपास की पंचायतों के पंचायत प्रतिनिधि व 100 से अधिक ग्रामीण उपस्थित रहे।