शिमला
आईजीएमसी में स्क्रब टायफस से विजय कुमार की मौत हो गई। विजय पचास वर्षीय सोलन के निवासी थे। मंगलवार को अस्पताल में 34 लोगों को तेज बुखार के सैंपल जांच के लिए भेजे गए। इनमें से 8 लोग स्क्रब टायफस से संक्रमित पाए गए। इस समय अस्पताल में 1179 सैंपल को टेस्ट के लिए भेजे गए है, जिसमें 368 मामले संक्रमित पाए गए।
आईजीएमसी चिकित्सा अधीक्षक डा. राहुल राव ने बताया कि आईजीएमसी में ज्यादातर मामले शिमला, सोलन, सिरमौर से आ रहे है। स्क्रब टायफस का वायरस घास, झाडिय़ों के पास पनपता है। जिस कारण कई बार पशुओं के साथ ये वायरस आम लोगों तक पहुंच जाता है। स्क्रब टायफस एक जानलेवा बीमारी है, इसलिए बीमारी से बचने के लिए सावधान रहने की सलाह दी जाती है। स्क्रब टायफस के प्रमुख लक्षणों मेें शरीर पर पिस्सू के काटने वाले स्थान पर लाल निशान पडऩा और बुखार है। इस बीमारी के लक्षण दिखने पर डाक्टरों के पास जाने की सलाह दी जाती है। इस समय प्रदेश के हर अस्पताल में स्क्रब टायफस से निपटने की व्यवस्था है।