हर साल कुछ नई उम्मीदें लेकर आता है और बहुत से लोग हर बार नवबर्ष पर नए संकल्प करते हैं लेकिन इनमें से अधिकांश संकल्प टूट जाते हैं। शुक्रवार को स्थानीय एपीजी शिमला विश्वविद्यालय की ओर से नवबर्ष का स्वागत नए संकल्पों के साथ किया गया।
एपीजी शिमला विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. डॉ. रमेश कुमार चौधरी ने सभी छात्रों, शिक्षकों, स्थानीय लोगों और समस्त मानव समुदाय को नवबर्ष की सुभकामनाएँ व बधाई दी है। इस अवसर पर एपीजी शिमला विश्वविद्यालय के सलाहकार इंजीनियर सुमन विक्रांत ने भी नव बर्ष की सुभकामनाएँ व बधाई दी और सभी के सुनहरे भविष्य की ईश्वर से कामना की। विश्वविद्यालय के सभी विभागों की ओर से वर्चुअल नवबर्ष कार्यक्रम आयोजित किया गया इसमें छात्रों और शिक्षकों ने नव बर्ष पर एक दूसरे को सुभकामनाएँ दी। इस अवसर पर कुलपति प्रो. रमेश कुमार चौधरी ने कहा कि नव बर्ष सभी के लिए नई आशाएं और सफलता के मार्ग लेकर आता है।
कुलपति चौधरी ने छात्रों और शिक्षकों को संबोधित करते हुए कहा कि एपीजी शिमला विश्वविद्यालय इस नए बर्ष के आगाज़ के साथ शोध और अनुसंधान के क्षेत्र में नए अनुसंधान प्रोजेक्ट्स पर काम करने का दृढ संकल्प लिया है जिसके लिए विश्वविद्यालय परिसर में अलग-सा अनुसंधान केंद्र स्थापित कर हिमाचल प्रदेश से जुड़े विभिन्न विषयों के शोधों और अनुसंधान प्रोजेक्ट्स पर युद्धस्तर पर काम करेंगे ताकि नव युवा सोच व चिंतन और शोध प्रवीणता को बड़े स्तर पर नए-नए अनुसंधान कार्य करने का मौका मिले।
कुलपति चौधरी ने यह भी कहा कि अनुसंधान केंद्र का उद्देश्य देश और खासकर हिमाचल के युवाओं को विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में शोध करने के लिए मद्दद करना और उन्हें एक मंच प्रदान करना है। उन्होंने कहा कि कोविड-19 ने दुनिया को यह संदेश भी दिया है कि अब बड़ी से बड़ी चुनौती पर शोध, अनुसंधान से ही काबू पाया जा सकता है। चौधरी ने कहा कि शोध कार्य समाज हित, मानवहित , पर्यावरण संरक्षण और राष्ट्रविकास हित में होने चाहिए जबकि आज के दौर में विश्वविद्यालयों में नौकरी पाने के लिए शोध होते हैं और नौकरी के बाद शोध आगे नहीं बढ़ते। कुलपति चौधरी ने इस बात पर भी बल दिया कि उच्च शिक्षा संस्थानों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के साथ शोधपरक शिक्षा पर ध्यान देना चाहिए ताकि विद्यार्थियों में जॉब-क्रिएटर्स और अनुसंधान करने की क्षमता जागृत हों।
नवबर्ष के अवसर पर एपीजी शिमला विश्वविद्यालय के डीन एकेडेमिक्स डॉ. कुलदीप कुमार, डीन इंजिनीरिंग डॉ. आनंद मोहन, डीन जर्नलिज्म डॉ. रमेश चौहान, डीन स्टूडेंट वेलफेयर डॉ. सुनील ठाकुर, विजिटिंग प्रोफेसर डॉ. अश्वनी शर्मा, विभागध्यक्ष एडवांस्ड कंप्यूटिंग डॉ. अरुण चौधरी, विभागध्यक्ष मैनेजमेंट डॉ. अनिल पाल, डीन मैनेजमेंट डॉ. नील सिंह ने सभी शिक्षकों और छात्राओं को नवबर्ष की सुभकामनाएँ दी हैं। इस कार्यक्रम की संचालिका डॉ. प्राची वैद रही।










