शिमला
अदाणी एग्री फ्रेश लिमिटेड ने हिमाचल प्रदेश में सेब की खरीद प्रक्रिया शुरू कर दी है। कंपनी ने इस साल 25 हजार मीट्रिक टन सेब खरीद का लक्ष्य रखा है, और पिछले साल के मुकाबले 19 रुपये अधिक में सेब खरीद रही है, हालांकि इस सीज़न की सेब खरीद के लिए अदाणी एग्री फ्रेश द्वारा जारी किए गए खरीद मूल्यों को लेकर, बहुत सारी फर्जी खबरें और सूचनाएं भी प्रसारित की जा रही हैं। जिससे स्थानीय किसानों में भ्रम की स्थिति बनी हुई है। दरअसल कंपनी द्वारा दी जाने वाली कीमतें हमेशा से ही स्थानीय मंडियों में चलने वाली कीमतों के साथ प्रतिस्पर्धी रही हैं और इस साल भी कंपनी ने कीमतों को प्रतिस्पर्धी बनाए रखा है।
*कलेक्शन सेंटरों पर नहीं होगा रिजेक्शन*
इसके अलावा कंपनी ने इस साल हिमाचल के किसानों को क्रेटस, पैकेजिंग मटेरियल, कोई लोडिंग व अनलोडिंग शुल्क नहीं, ट्रांसपोर्ट सब्सिडी, मौसम तथा फसलों पर सालभर अपडेट आदि जैसी बहुत सारी सुविधाएं भी प्रदान कर रही है। वहीं इस साल लगातार बारिश और भूस्खलन के कारण किसानों को हुए नुकसान को ध्यान में रखते हुए, एएएफएल ने गुणवत्ता में भी छूट देने का फैसला किया है। कंपनी ने कलेक्शन सेंटरों पर मानकों पर खरा न उतने पर सेबों को अस्वीकार न करने का फैसला लिया है।
*पहले दिन कलेक्शन सेंटर नहीं पहुंचा ट्रक*
यहां इस पर ध्यान दिया जाना भी आवश्यक है कि मौसम की मौजूदा स्थिति के कारण, कल, अदाणी खरीद सेंटर (कलेक्शन सेंटर) के पहले दिन, एक भी सेब का ट्रक एएएफएल के स्थानीय केंद्रों पर नहीं पहुंच सका और प्राप्त जानकारी के अनुसार कंपनी अपने खरीद केंद्रों को किसानों के लिए सुलभ बनाने का समाधान निकालने के उद्देश्य से, सभी स्टेकहोल्डर्स के साथ लगातार काम कर रही है।
*किसानों को होगी 20-25 रुपये की बचत*
जानकारी के मुताबिक, किसान, 95 रुपये की कीमत पर 20-25 रुपये बचाने में सक्षम होंगे क्योंकि उन्हें पैकेजिंग मटेरियल, क्रेटस आदि का खर्च नहीं उठाना पड़ेगा। इसके अनुसार, अदाणी एग्री फ्रेश लिमिटेड प्रति किलो की खरीदी करीब-करीब 120-125 रुपए पर कर रहा है।
*फर्जी ख़बरों से किसानों को सतर्क रहने की जरुरत*
प्रदेश में सेब खरीदने वाली कंपनियों की मनमानी पर नजर रखने और कार्रवाई के लिए सरकारी कमेटी भी बनाई गई है, और किसानों को किसी भी भ्रामक खबर से बचने की अपील की है।