मंडी 30 जनवरी
छोटी काशी के नाम से विख्यात मंडी शहर में शिवरात्रि महोत्सव की तैयारियां शुरू हो गई हैं। पुरातन काल से चली आ रही परंपराओं के अनुसार तारारात्रि से शिवरात्रि का आगाज माना जाता है और यह तारारात्रि बीती रात को थी।
तारारात्रि की रात को मंडी शहर के प्राचीन बाबा भूतनाथ मंदिर के शिवलिंग पर माखन का लेप चढ़ाने की परंपरा रही है। बीती रात इस पंरपरा की निर्वहन किया गया। बाबा भूतनाथ मंदिर के पुजारी महंत देवानंद सरस्वती ने बताया कि पहले दिन माखन के लेप पर गसोता महादेव की आकृति बनाई गई है। यह प्रसिद्ध मंदिर हिमाचल प्रदेश के हमीरपुर जिला में स्थित है। उन्होंने बताया कि शिवरात्रि तक रोजाना शिवलिंग पर माखन का लेप चढ़ाया जाएगा और भगवान शिव के विभिन्न रूपों की आकृतियां उकेर कर श्रद्धालुओं को दर्शन करवाए जाएंगे।
शिवरात्रि वाले दिन माखन को उताकर इसे प्रसाद के रूप में बांटा जाएगा। उन्होंने बताया कि प्राचीन काल से चली आ रही परंपराओं का इस वर्ष भी पूरी तरह से निर्वहन किया जाएगा। बता दें कि मंडी का शिवरात्रि महोत्सव आज अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त कर चुका है और इसे हर वर्ष अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मनाया जाता है। इस बार 1 मार्च को महाशिवरात्रि है जबकि 2 से 8 मार्च तक सात दिवसीय अंतरराष्ट्रीय शिवरात्रि महोत्सव मनाया जाएगा। हालांकि इस पर अधिकारिक फैसला होना अभी बाकी है क्योंकि मेले का आयोजन कोरोना संक्रमण की स्थिति को देखते हुए ही लिया जाएगा। लेकिन प्रशासन ने यह तय कर लिया है कि यदि मेला नहीं हुआ तो फिर देव परंपराओं का निर्वहन हर हाल में किया जाएगा।