खंड विकास अधिकारी संगड़ाह द्वारा एक साथ विकास खंड संगड़ाह के 23 तकनीकी सहायक तथा ग्राम रोजगार सेवक के तबादले किए जाने व ज्वानिंग के लिए महज 3 दिन जाने से विभागीय कर्मियों में खलबली मच गई है। प्रशासनिक कारणों का हवाला देते हुए BDO ने 3 दिन में सभी Employees को अपने नए पंचायत मुख्यालयों में कार्यभार ग्रहण करने के Order जारी किए हैं। रोचक तथ्य यह है कि, सभी कर्मचारियों के खिलाफ न कोई शिकायत थी और न ही पंचायत समिति संगड़ाह को इस बारे जानकारी दी गई।
हिमाचल सरकार के मुख्य सचिव द्वारा गत 9 मई को जारी Transfar पर रोक संबधी आदेशों के बावजूद उक्त फेरबदल चर्चा मे हैं, हांलाकि बीडीओ के अनुसार उन्होने Transfar नही, बल्कि केवल कर्मचारियों की पंचायतें बदली है। गत मार्च माह मे बीडीओ संगड़ाह का कार्यभार गृहण करने के बाद विनीत कुमार इससे पहले भी इनमे से कुछ कर्मचारियों के तबादले कर चुके हैं।
TA व जीआरएस के तबादलों से क्षेत्र मे सियासी हलचल तेज हो गई है और गुरुवार को क्षेत्र के एक आला BJP नेता भी अपने कुछ समर्थकों के साथ बीडीओ office पंहुचे। पंचायत समिति संगड़ाह के अध्यक्ष मेलाराम शर्मा ने कहा कि, बदले गए कर्मचारियों को लेकर न तो बीडीओ ने समिति की कोई राय ली और न ही बदले गए किसी कर्मचारी की शिकायत समिति को मिली है। उन्होंने कहा कि, कल शुक्रवार को होने वाली BDC की Meeting में इस बारे चर्चा होगी। उन्होने कहा की, कुछ पंचायत प्रतिनिधियों ने बड़े पैमाने पर किए गए कर्मचारियों के तबादले से काम प्रभावित होने संबंधी जानकारी भी उन्हें दी है। खंड विकास अधिकारी संगड़ाह विनीत कुमार ठाकुर ने कहा कि, काम अथवा System में सुधार लाने, पंचायतों की सुविधा व यात्रा भत्ता का सरकारी खर्च कम करने के लिए उक्त कर्मचारियों की पंचायतें बदली गई हैं।
उन्होंने कहा कि, हर माह Block के जीआरएस व टीए के यात्रा भत्ते पर करीब 40 से 50 हजार रुपये खर्च हो रहे थे और कुछ पंचायत प्रधानों ने भी उनसे उक्त कर्मचारियों की पंचायतें बदलने संबंधी मांग की थी। उन्होंने कहा की, गत वर्ष 21, जुलाई 2021 को ADC Sirmaur द्वारा दिए गए निर्देशों के मुताबिक तत्कालीन BDO द्वारा उक्त कर्मचारियों के सर्किल अथवा पंचायतें नही बदली गई थी।