प्रगति मैदान दिल्ली में शनिवार को विश्व पुस्तक मेले में जिस तरह पाठकों व साहित्य प्रेमियों ने हिमाचल प्रदेश के साहित्यकारों के कविता संग्रहों, नए कवियों की कृतियों में उत्साह दिखाया, उससे स्पष्ट है कि कविता अभी भी सहित्य की प्रमुख विधा के रूप में स्थापित है और नई पीढ़ी में अपने समय के कवियों को पढ़ने और सुनने की उत्सुकता बराबर बनी हुई है.
हिमाचल कला संस्कृति भाषा अकादमी शिमला द्वारा विश्व पुस्तक मेले के अवसर पर प्रगति मैदान के हाल नंबर दो में लेखक मंच पर लेखक संगोष्ठी एवं कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया. जिसमें दिल्ली तथा हिमाचल प्रदेश के विभिन्न भागों से शामिल हुए लेखकों ने अपने विचार सांझा किए तथा कवियों ने काव्यपाठ किया.