संकटों और आपदाओं से निपटने के लिए भारतीय सेना और एनसीसी की भूमिका को नहीं भुलाया जा सकता: कर्नल डी. आर. गार्गी
शिमला/करसोग, जुलाई 18
ज़िला मंडी के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में एनसीसी का संयुक्त वार्षिक ट्रेनिंग कैम्प-138 के दूसरे चरण का चौदह जुलाई से आरंभ हो चुका है जिसका समापन चौबीस जुलाई को होगा। करसोग एनसीसी कैम्प के प्रथम ट्रेनिंग चरण की समाप्ति के बाद फिर वर्दीधारी एनसीसी कैडेट्स की कदमताल से गुलजार हो गया है। मंगलवार को इस ट्रेनिंग कैम्प के चौथे दिन प्रतिभागी एनसीसी कैडेट्स को कैम्प में शारीरिक प्रशिक्षण, हथियार की जानकारी, ड्रिल, मेप रीडिंग, फील्ड काफट, फायरिंग का प्रशिक्षण दिया गया एवं प्रतियोगी भावनाओं को विकसित करने के लिए खेलकूद प्रतियोगिताओं को भी कराया गया। इसके अलावा खासकर एनसीसी कैडिटस को आपदा प्रबंधन अधिकारियों, सेवन एचपी एनसीसी शिमला के सेना के ट्रेनर जेसीओ, जवानों और सहायक एनसीसी अधिकारियों ने कमांडिंग ऑफिसर व एनसीसी ट्रेनिंग कैम्प कमान्डेंट डी. आर.गार्गी की गरिमामयी उपस्थिति में आपदाओं पर व्याख्यान दिया और हर प्रकार की आपदा से निपटने के गुर व बारीकियाँ बारे डेमो देकर एनसीसी कैसेट्स को सिखाया। आगजनी पर कैसे काबू पाया जाए जैसी घटना से निपटने के लिए कैडेट्स को ट्रेनिग दी गई। सेवन एचपी एनसीसी शिमला के कमांडिंग ऑफिसर व एनसीसी ट्रेनिंग कैम्प के कमान्डेंट कर्नल डी.आर. गार्गी ने बताया कि आपदा काल में लोगों के सहयोग की सबसे अधिक आवश्यकता होती है, ऐसी स्थिति में एनडीआरएफ व एसडीआरएफ की टीम लोगों की मदत करती है वहीं एनसीसी भी आपदा काल में लोगों की मदद करती है। आपदा की स्थिति में एनसीसी कैडेट्स को काम करना पड़ सकता है। कैडेट्स को आपादा में मानवीय सहायता के विभिन्न पहलुओं से अवगत कराया गया। कर्नल डी. आर. गार्गी ने कहा कि संकट की घड़ी में चाहे युद्धकाल हो चाहे किसी भी प्रकार की आपदा का समय हो उसमें एनसीसी कैडेट्स ने सेना की तरह अपनी भूमिका निभाई है। उन्होंने कहा कि जब भी किसी संकट से निपटने के लिए कोई विकल्प नहीं रह जाए तो आखिरी में भारतीय सेना को बुलाया जाता है और एनसीसी कैडेट्स का भी इसमें महत्त्वपूर्ण योगदान रहता है जिसे कभी नहीं भुलाया जा सकता। इसके अलावा मास्टर ट्रेनर ने बाढ़, ओलावृष्टि, भूकंप, आगजनी, सूखा, अतिवृष्टि आदि प्राकृतिक आपदाओं के दौरान अपने व अन्य लोगों के बचाव व सुरक्षा की भी कैडेट्स को जानकारी दी। कमांडिंग ऑफिसर व ट्रेनिंग कैम्प कमान्डेंट कर्नल डी. आर. गार्गी ने सभी कैडेट्स से कहा कि जो प्रशिक्षण दिया गया, उसको अपने जीवन में आत्मसात करना चाहिए। करसोग विद्यालय के एनसीसी अधिकारी ओम शास्त्री, कैप्टन सतीश चंदर शर्मा ने कैडेट्स से कहा कि एनसीसी कैडेट होने के नाते विभिन्न प्रकार की आपदाओं के दौरान जान-माल के नुकसान को कम करने के लिए लोगों की मदद करनी चाहिए। मौके पर एनसीसी ट्रेनिंग ऑफिस असिस्टेंट मनोज कुमार और गौरव शर्मा भी मौजूद रहे।