शिमला,1 सितम्बर
हिमाचल प्रदेश में पहली बार अब यात्री एचआरटीसी की बसों में कैशलेस सफर कर सकेंगे। निगम प्रबंधन ने यात्रियों की सुविधा के लिए 4,500 ई-टिकटिंग मशीनें खरीदने का टेंडर कर दिया है।
नवंबर तक निगम की सभी बसों में कंडक्टरों को यह मशीनें उपलब्ध करवा दी जाएंगी। टच स्क्रीन ई-टिकटिंग मशीनों के जरिए यात्री सभी तरह के कार्ड और मोबाइल वॉलेट से किराया चुका सकेंगे।
एचआरटीसी बसों में सफर के दौरान यात्रियों को जल्द ही कैश के झंझट से छुटकारा मिल जाएगा। एचआरटीसी बसों में कंडक्टर यात्रियों को ई-टिकटिंग मशीनों से टिकट जारी करेंगे। मशीनें मिलने के बाद इनमें स्टेशन और किराया अपडेट किया जाएगा।
मशीनें चलाने की ट्रेनिंग देकर कंडक्टरों को ट्रायल के लिए मशीनें सौंपी जाएगी। हाईटेक ई-टिकटिंग मशीनों के जरिये यात्री स्मार्ट कार्ड, डेबिट कार्ड, क्रेडिट कार्ड के अलावा गूगल पे, फोन पे, भीम यूपीआई से भी किराये का भुगतान कर सकेंगे। दावा किया जा रहा है कि चिप रीडर से लैस नई टिकटिंग मशीनें तेजी से कार्ड को रीड करेंगी।
ई-टिकटिंग मशीन कार्ड के संपर्क में आते ही उसे रीड कर लेगी। 2010 में एचआरटीसी ने बसों में यात्रियों को मैनुअल टिकटें जारी करने के स्थान पर टिकटिंग मशीनों का प्रयोग शुरू किया था। मौजूदा समय में निगम के कंडक्टर लगभग सात साल पुरानी मशीनें इस्तेमाल कर रहे हैं।
तीन महीने में मिलेगी कैशलेस सफर की सुविधा
ई-टिकटिंग मशीनों के लिए टेंडर कर दिया गया है। तीन महीने के भीतर निगम की सभी बसों में कैशलेस सफर की सुविधा मिलेगी। यात्री सभी तरह के कार्ड और मोबाइल वॉलेट से एचआरटीसी बसों में किराया चुका सकेंगे।- डॉ. संदीप कुमार, प्रबंध निदेशक, एचआरटीसी