चाइल्ड पोर्नोग्राफी के मामलों पर मनाली सहित प्रदेश में चार जगहों पर सीबीआई के छापे पड़े हैं। मनाली के अलावा शिमला, कसौली और धर्मशाला में सीबीआई की टीमें छानबीन कर रही हैं। इन टीमों में 15-15 अधिकारी शामिल हैं और कुल सीबीआई के 60 लोग इस संबंध में साक्ष्य जुटा रहे हैं। हिमाचल में इस प्रकार की करतूतों से देवभूमि शर्मसार हुई है। सीबीआई की टीमें सुबह से ही इस कार्य में लगी हुई हैं और कई बिंदुओं पर जांच चल रही है। 14 नवम्बर को बाल दिवस के मौके पर ऐसा एक मामला दर्ज हुआ था।
सीबीआई ऐसे कई वीडियो देखकर लोकेशन पता लगाते हुए इस नतीजे पर पहुंची कि इनमें कई वीडियो हिल स्टेशनों पर फिल्माए गए हैं। बच्चों के साथ इस प्रकार के व्यवहार से मानवता भी शर्मसार हुई है। अब तक हिमाचल प्रदेश में इस प्रकार के 17 मामलों में केस भी दर्ज हुए हैं। शक है कि कोई बड़ा गिरोह इस तरह के कुकृत्य को अंजाम दे रहा है। सीबीआई ने पहले इस पूरे प्रकरण पर गुप्त तरीके से कार्य किया। सीबीआई का कार्य करने का तरीका अलग होता है और नतीजे पर पहुंचने के बाद ही कार्रवाई को सार्वजनिक किया जाता है। इस कार्रवाई में भी सीबीआई ने ऐसा ही किया है और अब कार्रवाई को अंजाम दिया तथा साक्ष्य जुटाए।
सीबीआई के प्रवक्ता आरसी जोशी ने इस बात की सूचना देते हुए मंगलवार को कहा था कि देशभर में 76 जगहों पर इस प्रकार की छापेमारी की कार्रवाई चल रही है। हिमाचल प्रदेश में भी इस प्रकार की कार्रवाई से लोग सकते में हैं और इस बात को लेकर हैरान भी हैं कि ऐसे गिरोह इस प्रकार चाइल्ड पोर्नोग्राफी के लिए हिमाचल को ठिकाना बना सकते हैं। लोगों ने ऐसे गिरोह के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। कुल्लू में दृष्टि बाधित बच्चों के लिए चंद्राआभा मैमोरियल स्कूल चलाने वाली शालिनी वत्स किमटा ने कहा कि ऐसा घृणित कार्य करने वालों को सलाखों के पीछे पहुंचाया जाना चाहिए। कुल्लू के एसपी गुरदेव शर्मा ने कहा कि उन्हें सीबीआई की ओर से की गई इस कार्रवाई की जानकारी नहीं है।