हिमाचल की विभिन्न मंडियों में शुक्रवार से चेरी ने दस्तक दे दी है। पहले दिन पराला और भट्ठाकुफर में चेरी की पहली खेप को 75 से 150 रुपये किलो रेट मिला है। इसके साथ ही मंडियों में चेरी की फसल पहुंचने लग गई है। प्रदेश में विभिन्न किस्मों का करीब ढाई सौ मीट्रिक टन चेरी का उत्पादन होता है।
कोरोना वायरस के कारण देश और प्रदेश में लाकडाउन के कारण चेरी उत्पादों की चिंता बढ़ गई थी कि वह मंडियों में चेरी कैसे बेचेंगे। पहले बागवान चेरी से कार्टन जुटाने के लिए खासे परेशान हुए और जब चेरी तैयार हो गई तो उनको चिंता सताने लगी कि कैसे चेरी के लिए बाजार तलाशेंगे।
थाना धार क्षेत्र के बागवनों ने चेरी का तुड़ान शुरू कर दिया है और डब्बों मं पैक करके पहला लाट प्रदेश के विभिन्न मंडियों में पहुंचा दिया है। पहले दिन पराला और ढली मंडी में करीब पांच सौ किलो चेरी बिकी है। माना जा रहा अब हर रोज मंडियों में चेरी की आवक बढ़ेगी।