चनौण के किशन के लिए ‘राम’ बनकर आए मुख्यमंत्री
काफिला छोड़ घर जाकर सुनी दुखियारी की फरियाद
इलाज और परिवार के भरण पोषण के लिए दिए एक लाख
दो साल से बिस्तर पर हैं मंडी के किशन, पेड़ से गिरकर हुए थे घायल
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर मंडी जिले के चनौण गांव निवासी किशन के लिए ‘राम’ बनकर उनके घर पहुंचे। महिला फरियादी की बात सुनने के लिए सीएम जयराम ठाकुर एक बार फिर काफिला छोड़ स्वयं उसके घर पहुंचे और किशन को मुख्यमंत्री राहत कोष से एक लाख रुपए की मदद देने का आदेश दिया।
किशन को सहारा योजना के अंतर्गत भी हर महीने 3 हजार रुपये मिलेंगे। मुख्यमंत्री द्वारा सहारा योजना ऐसे व्यक्तियों के लिए ही शुरू की गई थी जो किसी बीमारी के चलते बिस्तर पर हैं और चलने फिरने में असमर्थ हैं।
दरअसल, आज मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर मंडी जिला के दौरे पर थे। इसी दौरान जब मुख्यमंत्री का काफिला किशन के घर के पास से गुजर रहा था तो एक महिला सीएम की गाड़ी रोक कर अपनी बात बताई। इसके बाद तुरंत मुख्यमंत्री फरियादी के घर जा पहुंचे और हालात का जायजा लिया।
मंडी सदर के अंतर्गत आने वाली सेहली पंचायत के चनौण गांव के किशन पिछले दो वर्षों से बिस्तर पर हैं। दो साल पहले किशन पेड़ से गिरकर घायल हो गए थे, जिसके बाद से वो बिस्तर पर ही हैं। किशन के दो बच्चे हैं, लेकिन एक बच्चे को खराब आर्थिक स्थिति के चलते रिश्तेदार के यहां पर छोड़ा हुआ है।
किशन के साथ बात करने के बाद मुख्यमंत्री ने तुरंत प्रभाव से एक लाख रुपये की आर्थिक मदद देने के आदेश दिए और इलाज को लेकर भी हर संभव मदद का भरोसा दिया।
क्या है सहारा योजना जो बन रही जरूरतमंदों का सहारा ?
हिमाचल सरकार द्वारा गंभीर बीमारियों पार्किन्सन, मलाईन्ड कैंसर, अधरंग, मस्कुलर डिस्ट्रॉफी, हैमोफिलिया और थेलेसेमिया इत्यादि से ग्रस्त लोगों को स्वास्थ्य सेवाओं के लाभ की आवश्यकताओं को पूर्ण करने हेतु वित्तीय वर्ष 2020-21से सहारा योजना को शुरू किया गया है।
योजना के अंतर्गत उपरोक्त बीमारियों से ग्रसित लोगों को 2,000 रुपये प्रतिमाह का वित्तीय लाभ दिया जाता था, जिसे सरकार ने बढ़ाकर 3,000 रुपये कर दिया है। इस योजना के अंतर्गत अब हजारों लाभार्थी लाभान्वित हो चुके हैं।