शिमला
हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस अध्यक्ष को लेकर सरकारी हलचल बढ़ गई है। जहाँ एक तरफ मुख्यमंत्री ने अपने कुछ ख़ास का नाम दिया वहीं इसी को लेकर पार्टी में कहीं ना कहीं मनमुटाव भी बाद गया है।
सूत्रों की माने तो जो भी कांग्रेस का प्रदेश अध्यक्ष होगा वह मुख्यमंत्री का पसंद वाला ही होगा। सूत्रों का कहना यह भी मुख्यमंत्री के ख़ास संजय अवस्थी भी इस रेस में सबसे आगे चल रहे है।
वैसे अगर मुख्यमंत्री की बात करें तो अगर सीएम की पसंद का अध्यक्ष बनता है, तो दोनों में सामंजस्य रहेगा, जिससे संगठन को बल मिल सकता है। वह इस संबंध में हाइकमान को पहले ही कह चुके हैं, लेकिन बताया जा रहा है कांग्रेस हाइकमान वरिष्ठ नेताओं को लेकर भी सोच रही है।
पार्टी के पास कई ऐसे वरिष्ठ नेता हैं, जो कि अध्यक्ष बन सकते हैं और पूर्व में वेे लोग अपनी इच्छा भी जता चुके हैं। ऐसे में माना जा रहा है कि हाइकमान न केवल वरिष्ठ नेताओं को लेकर सोच रहा है, बल्कि यहां मुख्यमंत्री की पसंद का भी ध्यान रखा है।
वरिष्ठ नेताओं की बात करें तो कौल सिंह ठाकुर, राम लाल ठाकुर व आशा कुमारी के नाम चर्चा में हैं, वहीं कुलदीप सिंह राठौर का भी नाम लिया जा रहा है, मगर सीएम सुक्खू की पसंद की बात करें, तो उसमें अनिरुद्ध सिंह, संजय अवस्थी और सुरेश कुमार के अलावा चंद्र शेखर का भी नाम शामिल है। अब इन सभी नेताओं में से हाइकमान किस पर दांव खेलती है, यह देखना होगा। कांग्रेस के पास अभी संगठन नहीं है और इसके गठन में उसे काफी समय लग रहा है, मगर यहां चर्चा अब अध्यक्ष की शुरू हो गई है।
शनिवार को जिस तरह से तीन नेताओं से कांगे्रस प्रभारी रजनी पाटिल की अलग-अलग बैठकें हुईं, उसमें इसी मुद्दे को लेकर चर्चा हुई है।
मुख्यमंत्री रविवार को वापस लौट आए हैं, मगर अभी प्रतिभा सिंह दिल्ली में ही हैं। उधर, उप मुख्यमंत्री की सोशल मीडिया में की गई पोस्ट से भी हल्ला मचा हुआ है। हालांकि यह जरूरी है कि इस समय कांग्रेस पार्टी को नई कार्यकारिणी मिले, क्योंकि संगठन पूरी तरह से निष्क्रिय हो चुका है।
कांग्रेस को वापस सत्ता में लाने के लिए मजबूत संगठन की जरूरत है और ऐसे में यहां मजबूत नेताओं को उसकी कमान सौंपनी बेहद जरूरी है। हाइकमान के सामने मुख्यमंत्री ने अपनी पसंद रख दी है और अब देखना होगा कि हाइकमान क्या करता है। कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष प्रतिभा सिंह का तीन वर्ष का कार्यकाल पूरा हो चुका है। उन्होंने कार्यकाल के दौरान पुरानी कार्यकारिणी के साथ ही काम किया। अब सभी की नजरें इस बात पर है कि पार्टी हाइकमान नए अध्यक्ष के साथ कार्यकारिणी बनाती है या फिर प्रतिभा सिंह की अगवाई में ही नई कार्यकारिणी बनती है।
संगठन से जुड़े सूत्रों के मुताबिक इस बार राज्य अध्यक्ष की नियुक्ति सभी को चौंका सकती है। नई नियुक्ति में पुरानी परंपरा को कांग्रेस बदल सकती है। कांग्रेस की परंपरा के अनुसार मुख्यमंत्री व प्रदेश अध्यक्ष अलग-अलग धड़ों से ही बनते आए हैं। इस बार यह परंपरा बदल सकती है और एक ही धड़े को अधिमान मिल सकता है। इसके लिए नेताओं के नामों पर मंथन चला हुआ है।