प्रदेश के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में रुक-रुक कर बर्फबारी का क्रम जारी है, जिससे प्रदेशभर में कड़ाके की ठंड पड़ रही है। आलम यह है कि 5 जिलों का पारा शून्य से नीचे चला गया है। पहाड़ से लेकर मैदान तक प्रचंड सर्दी की चपेट में आ गए हैं। शिमला में लगातार तीसरी रात पारा माइनस में दर्ज किया गया है। शिमला और सोलन में मनाली से अधिक ठंड पड़ रही है। मौसम विभाग ने अगले 3 दिन शीतलहर की चेतावनी जारी की है। मौसम विभाग के अनुसार 18 से 21 दिसम्बर तक प्रदेशभर में मौसम तो साफ बना रहेगा लेकिन इस बीच लोगों को भीषण सर्दी का सामना करना पड़ेगा। ऊना, हमीरपुर, बिलासपुर और सोलन जिलों में सुबह व शाम के समय घना कोहरा रहने की आशंका है। इससे दृष्यता 500 मीटर से कम हो सकती है। मौसम विभाग ने शिमला, चम्बा और इनके आसपास के क्षेत्रों में शीतलहर का अलर्ट जारी करते हुए लोगों को हिदायत दी है कि वे संबंधित विभागों द्वारा जारी की गई सलाह व दिशा-निर्देशों का पालन करें तथा सुरक्षा के पर्याप्त उपाय करें। सुबह व शाम के समय सैैर करने से बचें और सावधानी से यात्रा करें।
मौसम विभाग के निदेशक डाॅ. सुरेंद्र पाल ने कहा कि अगले 3 दिन प्रदेश में शीतलहर की चेतावनी जारी की गई है। कई जगहों पर घने कोहरे की वजह से परेशानी हो सकती है। पश्चिमी विक्षोभ के मंद पड़ने से 21 दिसम्बर तक बारिश व बर्फबारी नहीं होगी लेकिन रात के तापमान में गिरावट से ठंड का प्रकोप बरकरार रहेगा। इस बीच प्रदेश के उच्च पर्वतीय क्षेत्रों में शुक्रवार को भी बर्फबारी का सिलसिला जारी रहा, जबकि शिमला व मैदानी क्षेत्रों में बादल छाए रहे। बीते 24 घंटों के दौरान चम्बा जिले के भरमौर में 5 सैंटीमीटर व कुफरी में 1 सैंटीमीटर बर्फबारी दर्ज की गई। लाहौल-स्पीति के केलांग में न्यूनतम तापमान -8 डिग्री दर्ज किया गया, वहीं किन्नौर के कल्पा में -4.4, कुफरी -2, शिमला व सोलन में -0.2, मनाली 0.6, सुंदरनगर 2.2, भुंतर 2.9, ऊना 2.6, नाहन 7.9, पालमपुर 2, कांगड़ा 2.8, मंडी 4, बिलासपुर 3.5, हमीरपुर 3, चम्बा 3.2, पांवटा साहिब 3.9 और जुब्बड़हट्टी में 4.3 डिग्री दर्ज किया गया है।
बर्फबारी से 50 से अधिक सड़कें बंद
सूबे के अधिक ऊंचे क्षेत्रों में ताजा हिमपात के बाद 50 से अधिक सड़कें यातायात के लिए बंद हो गई हैं। वीरवार देर रात कुफरी, नारकंडा व खड़ापत्थर समेत भरमौर, मनाली, किन्नौर और लाहौल-स्पीति के अधिक ऊंचे क्षेत्रों में हल्का हिमपात दर्ज किया गया है। इससे वाहनों की आवाजाही पर असर पड़ा है। 32 सड़कें लाहौल-स्पीति में बीते 10 दिनों से बंद पड़ी हैं, वहीं 30 से अधिक पेयजल योजनाओं से पानी की आपूर्ति भी प्रभावित हुई है। तापमान गिरने से कई पेयजल योजनाएं जम गई हैं।